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अर्च ग्रुप ने बिना RERA निबंधन के ही ग्राहकों को लुभाने के लिए 'वैदिक विलेज' का अखबारों में दिया विज्ञापन...दोषी कौन रेरा या डेवलपर्स ?

अर्च ग्रुप ने बिना RERA निबंधन के ही ग्राहकों को लुभाने के लिए 'वैदिक विलेज' का अखबारों में दिया विज्ञापन...दोषी कौन रेरा या डेवलपर्स ?

PATNA: बिहार में कई ऐसे टाउनशिप हैं जो सिर्फ विज्ञापनों पर चल रहे हैं. डेलवपर्स अखबारों या सोशल मीडिया में विज्ञापन देकर ग्राहकों को लुभाते हैं. जबकि रेरा से निबंधन लिए बिना प्लॉट या फ्लैट की बिक्री-बुकिंग को लेकर विज्ञापन देना प्रतिबंधित है. यह रेरा कानूनों का उलंघन है. रेरा से निबंधित प्रोजेक्ट का ही विज्ञापन संभव होता है. विज्ञापन पर रेरा नंबर का उल्लेख करना भी जरूरी है, ताकि ग्राहक जान और समझ सके. लेकिन पटना में ऐसा नहीं हो रहा. हद तो तब जब एक कंपनी ने बिना रेरा निबंधन के ही प्रोजेक्ट का विज्ञापन अखबारों में दे दिया. विज्ञापन में अपने टाउनशिप के बारे में सारी जानकारी दी है, पर रेरा नंबर का उल्लेख नहीं किया है. गुरूवार के पटना के अखबारों में अर्च ग्रुप की तरफ से नौबतपुर में बसाये जा रहे वैदिक विलेज का पूरे पन्ने का कलर विज्ञापन दिया गया है. विज्ञापन के बाद अर्च ग्रुप सवालों के घेरे में है.

वैदिक विलेज रेरा से निबंधित नहीं, फिर भी अखबारों में विज्ञापन  

जानकारी के अनुसार अर्च ग्रुप की तरफ से पटना के नौबतपुर इलाके में बड़ा टाउनशिप बसाने का काम किया जा रहा है. प्रचार-प्रसार के लिए कंपनी की तरफ से 26 जनवरी से एक दिन पहले अखबारों में अपने प्रोजेक्ट वैदिक विलेज का विज्ञापन रिलीज किया गया है. विज्ञापन में ढेर सारी सुविधाओं का जिक्र है. प्रोजेक्ट एम्स से कितनी दूर है, आसपास में स्कूल-कॉलेज और अस्पताल से लेकर कई अन्य सुविधाओं का जिक्र है. फ्री में साइट विजिट कराने की बात भी कही गई है. लेकिन सबसे जरूरी जानकारी रेरा नंबर का उल्लेख नहीं किया गया है. जबकि रेरा का गाइडलाईन है कि विज्ञापन तभी जारी कर सकते हैं जब आपका प्रोजेक्ट निबंधित हो और विज्ञापन पर निबंधन संख्या का उल्लेख जरूर होना चाहिए. विज्ञापन में साईट विजिट के लिए फोन नंबरों का भी उल्लेख किया गया है.

डेवलपर्स की तरफ से क्या मिला जवाब...

हमने विज्ञापन में जारी किए गए नंबर पर फोन किया. जवाब मिला कि वैदिक विलेज नौबतपुर में है. हमारा प्रोजेक्ट अभी तक रेरा से निबंधन नहीं है. हमलोगों ने रेरा से निबंधन के लिए अप्लाई किया था लेकिन आवेदन को खारिज कर दिया गया. तर्क दिया गया कि मैप उचित फोरम से एप्रुव नहीं है. जबकि हमलोग सारे टर्म कंडिशन को पूरा करते हैं. बड़ा सवाल यही है कि डेवलपर्स की ओर से दावा किया जा रहा कि हम टर्म कंडिशन को पूरा करते हैं फिर भी निबंधन क्यों नहीं मिल रहा ? वैसे बिहटा-नौबतपुर में कई ऐसे प्रोजेक्ट हैं जिसे रेरा से निबंधन दिया भी है. रेरा बिहार से भी इस प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी ली, लेकिन वहां भी निबंधन को लेकर कोई जानकारी नहीं है. 

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