KATIHAR : आज बुराई पर अच्छाई का प्रतीक विजयादशमी का त्योहार मनाया जा रहा है. इस मौके पर शस्त्र पूजन करने की भी परंपरा है. इसी सिलसिले में आज कटिहार में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अनुसांगिक संगठन हिन्दू जागरण मंच और हिन्दू वाहिनी की ओर से शस्त्र पूजन का आयोजन किया गया.
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कटिहार यज्ञ शाला दुर्गा पूजा समिती की और से आयोजित शस्त्र पूजन उत्सव में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया. शस्त्र पूजन के आयोजन कर्त्ता अमित जयसवाल ने कहा की शस्त्र और शास्त्र दोनों का अपने -अपने जगह अलग महत्व है.
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बताते चले की शस्त्र पूजन के दौरान देवी अपराजिता की पूजा-अर्चना की जाती है. उनके साथ जया और विजया की भी पूजा की जाती है. इनकी पूजा में अस्त्रों-शस्त्रों के उनके सामने रखकर पूजा करने की परंपरा रामायण और महाभारत काल से चली आ रही है. यहाँ तक की भारतीय सेना भी इस परंपरा का निर्वहन करते हैं. प्राचीन काल में भी राजा युद्ध में विजयी होने के लिए शस्त्रों की पूजा करते थे.
कटिहार से श्याम की रिपोर्ट