अशोक चौधरी ने लगाई आग..विधानसभा उप चुनाव में JDU-HAM के जलने का खतरा..! भांप गए 'मांझी'....दी नसीहत- सोच-समझकर बोलें

अशोक चौधरी ने लगाई आग..विधानसभा उप चुनाव में JDU-HAM के जलने

PATNA: नीतीश सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने जहानाबाद संसदीय क्षेत्र से जदयू प्रत्याशी चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी की हार का ठीकरा भूमिहारों पर फोड़ दिया. मंत्री के बयान के बाद बवाल मच गया है. भूमिहार समाज से आने वाले नेताओं ने मंत्री अशोक चौधरी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. दल के अंदर भी वे किनारे लगते दिख रहे हैं. मगध क्षेत्र के भूमिहारों में जेडीयू के वरिष्ठ नेता व बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी को लेकर जबरदस्त गुस्सा है. भूमिहारों से गुस्से का खामियाजा उप चुनाव में जेडीयू-हम को उठाना पड़ सकता है. 

मांझी ने चौधरी को दी नसीहत 

आने वाले दिनों में बिहार की चार विधानसभा सीटों पर उप चुनाव होने वाले हैं. इनमें दो सीटें तो जहानाबाद के पड़ोसी जिला गया में ही है. बेलागंज और इमामगंज के अलावे तरारी और रामगढ़ सीट पर उप चुनाव होने हैं. अशोक चौधरी के बयान से भूमिहार समाज काफी नाराज है. यह वर्ग एनडीए खासकर भाजपा का कोर वोटर माना जाता है. बेलागंज जेडीयू के खाते में है वहीं, जीतनराम मांझी के सांसद चुने जाने की वजह से खाली हुई इमामगंज सीट HAM के पास ही रहेगी. ऐसे में गया की दोनों सीटें एनडीए के कोटे में है. अशोक चौधरी के बयान से भूमिहार वोटर जेडीयू प्रत्याशी को सबक सीखाने की तैयारी में है. साइड इफेक्ट इमामगंज सीट पर भी पड़ जाए, इससे इनकार नहीं किया जा सकता. 2020 के विधानसभा चुनाव में बेलागंज सीट से राजद प्रत्याशी सुरेन्द्र प्रसाद यादव ने जेडीयू प्रत्याशी अभय कुशवाहा को 23963 मतों से पराजित किया था. वहीं, इमामगंज सीट से हम प्रत्याशी जीतनराम मांझी ने राजद उम्मीदवार उदय नारायण चौधरी को 16034 मतों से पराजित किया था. यह स्थिति तब थी जब भाजपा कोर वोटर भूमिहारों ने बेलागंज में जेडीयू प्रत्याशी और इमामगंज में हम उम्मीदवार को वोट किया था. अगर इस बार के चुनाव में भूमिहारों ने जेडीयू प्रत्याशी को गच्चा दिया,तब क्या स्थिति होगी, अंदाजा लगाया जा सकता है. हालांकि जीतन राम मांझी संभावित खतरे को भांप गए हैं. लिहाजा अशोक चौधरी के बयान पर गहरी नाराजगी दर्ज की है. उन्होंने अशोक चौधरी को नसीहत दी और कहा कि किसी जाति विशेष पर बोलने से पहले सोच-समझ कर बोलना चाहिए। उनके बयान का समर्थन नहीं किया जा सकता है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राजनीति में जाति पर बोलने से परहेज करें.

बता दें, मंत्री अशोक चौधरी ने जहानाबाद में आयोजित सार्वजनिक कार्यक्रम में भूमिहारों को खुल्लम खुल्ला धमकाया. नीतीश कुमार की नीतियों के खिलाफ जाकर मंत्री ने खूब कास्ट पॉलिटिक्स की. भूमिहारों को धमकाने के अंदाज में कहा, ऐसे में नहीं मिलेगा विस का टिकट, आपलोगाें का कोई उसूल नहीं. इतना ही नहीं भूमिहारों के खिलाफ अति पिछड़ों को भी उकसाने की कोशिश की. नीतीश कुमार के बेहद करीबी मंत्री ने भूमिहार समाज पर अपना पूरा गुस्सा उतार दिया. अशोक चौधरी के बयान के बाद न सिर्फ जहानाबाद बल्कि बिहार की राजनीति में भूचाल आ गया है. भूमिहारों के खिलाफ दिए बयान के बाद जेडीयू के अंदर ही वे घिरते दिख रहे हैं. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता व विधान पार्षद नीरज कुमार ने अशोक चौधरी के खिलाफ जमकर प्रहार किया. उन्होंने कहा कि जेडीयू के निर्माण में अशोक चौधरी की कोई भूमिका नहीं है.  

जेडीयू के निर्माण में अशोक चौधरी की क्या भूमिका है ? 

जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने मंत्री अशोक चौधरी से पूछा कि आप लोक सभा चुनाव में कटिहार संसदीय क्षेत्र के प्रभारी थे. वहां कितने दिन चुनाव प्रचार शामिल हुए ,जेडीयू वहां से भी चुनाव हार गई .उन्होंने कहा कि अशोक चौधरी की पार्टी के निर्माण में कोई भूमिका नहीं है. जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने अशोक चौधरी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी और नीतीश कुमार के नीति के विपरीत बयान दिया है. जेडीयू में टिकट के लिए परिवार को प्राथमिकता नहीं मिलती है . कोई किसी को टिकट नहीं दिला सकता है. टिकट सीएम नीतीश कुमार तय करेंगे.उन्होंने कहा कि कोई उप चुनाव प्रभावित करना चाहेगा तो हम लोग यह होने नही देंगे. मगध के लोगो का भरोसा नीतीश कुमार से रहा है