पीएमसीएच में इलाज में लापरवाही के कारण एक महिला मरीज की मौत हो गई। महिला पेट दर्द की परेशानी लेकर आई थी, लेकिन जांच के बाद डॉक्टरों ने यहां गॉल ब्लाडर में बने स्टोन की बात कही, जिसके लिए ऑपरेशन जरुरी बताया गया। लेकिन, सीनियर डॉक्टरों के गायब रहने के कारण जेआर (जूनियर रेसिडेंट) ने महिला का ऑपरेशन किया। नतीजा महिला की मौत हो गई। मृतका बुद्धा कॉलोनी स्थित चीना कोठी निवासी सत्यनारायण धांगर की 38 वर्षीय पत्नी अनिता देवी बताई गई।
पति सत्यनारायण धांगर ने बताया कि पीएमसीएच के सर्जरी विभाग की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया। जांच में गाल ब्लाडर में स्टोन की पुष्टि हुई। जिसके बाद सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. रविंद्र प्रसाद की यूनिट में भर्ती कराया गया था।
शनिवार को जेआर ने किया था ऑपरेशन
परिजनों ने बताया कि शनिवार को उसकी सर्जरी की गई लेकिन उस वक्त कोई भी सीनियर डॉक्टर ऑपरेशन थिएटर में नहीं था। जूनियर डॉक्टर के ऑपरेशन करने के बाद पत्नी की हालत बिगड़ती चली गई और रविवार सुबह उसकी मौत हो गई। आरोप है कि सीनियर डॉक्टरों के न होने व जूनियर के अति उत्साह के कारण उनकी पत्नी की मृत्यु हुई है। आक्रोशित स्वजन ने अस्पताल प्रशासन से डॉक्टरों व कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की है।
लेप्रोस्कोपी और फिर पेट फाड़कर किया ऑपरेशन
पति का कहना है कि सर्जरी से पहले पत्नी पूरी तरह ठीक थी। ओटी में जाने से पहले सबसे बातचीत भी की लेकिन एनेस्थीसिया देने के बाद जूनियर डॉक्टर ने सर्जरी की। पहले दूरबीन विधि से सर्जरी की और हालत बिगड़ने पर पेट खोलकर ऑपरेशन किया। जब हालत ज्यादा खराब होने लगी तो दो सीनियर डॉक्टर देखने पहुंचे। इसमें यूनिट इंचार्ज और एक अन्य सीनियर डॉक्टर थे। तबियत में सुधार नहीं होने पर आइसीयू के बेड नंबर 15 पर भर्ती कर वेंटिलेटर पर रख दिया। बाद में उसकी मौत हो गई।
सर्जरी विभाग ने किया इनकार
सर्जरी के विभागाध्यक्ष डॉ. रविंद्र प्रसाद ने कहा कि महिला को लिवर के अलावा अन्य कई रोग थे। उसे गंभीर हालत में पीएमसीएच लाया गया था। लैप्रोस्कोपिक सर्जन डा. विनोद कुमार ने महिला की सर्जरी की थी। बाद में मैं भी देखने गया था। सीनियर के बदले जूनियर डॉक्टर द्वारा सर्जरी की बात सही नहीं है।