Kolkotta : पश्चिम बंगाल में शनिवार को होने वाले पांचवें चरण के मतदान के पहले BJP ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का एक कथित ऑडियो टेप जारी किया है। जिसके बाद से बंगाल की राजनीति में भूचाल आ गया है। इस टेप को BJP का आरोप है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सीतलकूची से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार से कथित तौर पर यह कहती सुनाई देती हैं कि वह सीआईएसएफ कर्मियों द्वारा चलाईगई गोली से मारे गए चार लोगों के शवों के साथ रैलियां करें। BJP ने जो ऑडियो टेप जारी किया है, उसमें कथित तौर पर ममता बनर्जी और सीतलकुची के TMC उम्मीदवार पार्थ प्रतिम रे की आवाज है। मालवीय ने क्लिप जारी करते हुए आरोप लगाया कि ममता दंगा भड़काने की साजिश रच रहीं थीं।
भाजपा आईटी चीफ अमित मालवीय ने कहा, ''वह (बनर्जी) अपनी पार्टी के उम्मीदवार से कह रही हैं कि मामला इस तरह का बनाया जाए कि पुलिस अधीक्षक (कूचबिहार) और केंद्रीय बलों के कर्मियों-दोनों को फंसाया जा सके। क्या किसी मुख्यमंत्री से ऐसी उममीद की जाती है? वह केवल अल्पसंख्यकों के वोट हासिल करने के लिए भय का माहौल पैदा करने की कोशिश कर रही हैं। वहीं भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने आरोप लगाया कि राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस तुच्छ राजनीतिक स्वार्थ के लिए लोगों की मौत पर राजनीति कर रही है। उसे खुद पर शर्म आनी चाहिए। वहीं भाजपा के सूत्रों ने कहा कि पार्टी ऑडियो क्लिप के मुद्दे पर निर्वाचन आयोग जाएगी। तथाकथित ऑडियो में बनर्जी राय से यह कहती सुनाई देती हैं कि मतदान खत्म होने तक गुस्सा शांत रखें।
क्या कहती हैं टेप में ममता
इस ऑडियो टेप में ममता पार्टी उम्मीदवार से यह कहती सुनाई देती हैं 'घबराइए मत। आप अगले दिन शवों के साथ रैली करने के इंतजाम करें और वकील से विमर्श करें तथा पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं जिससे कि न तो एसपी बच सके और न ही आईसी।
ऑडियो टेप को बताया साजिश
वहीं इस ऑडियो टेप के सामने आने के बाद टीएमसी नेताओं को सांप सूंघ गया है और ऑडियो टेप को भाजपा की साजिश करार देने में लग गए हैं। TMC ने इस ऑडियो क्लिप को फर्जी बताते हुए कहा कि इस तरह की कोई बातचीत कभी नहीं हुई। ममता ने सीतलकुची की घटना को नरसंहार बताते हुए इसे अमित शाह की साजिश करार दिया था।
बता दें कि सीतलकुची में 10 अप्रैल को मतदान के दौरान CISF की फायरिंग में 4 लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले की जांच जारी है। जिसके बाद चुनाव आयोग ने किसी भी राजनीतिक दलों को कूचविहार के सीतलकूची में 72 घंटे तक जाने पर रोक लगा दी थी।