BIG BREAKING : बदल गई आंध्र प्रदेश की राजधानी, अब विशाखापत्तनम हुआ कैपिटल, जानिए क्यों

DESK. इन दिनों देश में नाम बदलने की राजनीति जोरों पर है. हाल ही में राष्ट्रपति भवन स्थित मुगल गार्डन का नाम बदलकर अमृत उद्यान कर दिया. बदलाव के इस दौर में आंध्र प्रदेश में राज्य सरकार ने एक ऐसा फैसला ले लिया है जिसके बाद अब वहां की राजधानी ही बदल गई है. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी ने मंगलवार को कहा कि राज्य की राजधानी को विशाखापत्तनम स्थानांतरित किया जाएगा.

मार्च में विशाखापत्तनम में होने वाले ‘ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट’ की तैयारी संबंधी बैठक को संबोधित करते हुए रेड्डी ने कहा कि वह आने वाले महीनों में बंदरगाह शहर में अपना कार्यालय स्थानांतरित करेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘ यहां मैं आपको विशाखापत्तनम में आमंत्रित कर रहा हूं, जो आने वाले दिनों में हमारी राजधानी बनने जा रहा है. मैं खुद भी आने वाले महीनों में विशाखापत्तनम से कामकाज करूंगा.’

आंध्र प्रदेश की राजधानी अभी अमरावती है. आंध्र प्रदेश से बांटकर तेलंगाना को अलग राज्य बनाने के बाद अमरावती को आंध्र प्रदेश की नई राजधानी के रूप में बनाने के निर्णय लिया गया था. पिछले कुछ वर्षों में अमरावती को अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप नए सिरे से विकसित करने के लिए कई परियोजनाएं शुरू की गई. लेकिन अब सीएम रेड्डी ने अमरावती की जगह विशाखापत्तनम को राजधनी बनाने का ऐलान किया है. 

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दरअसल, जगन मोहन रेड्डी सरकार ने पिछले साल नवंबर में, विवादास्पद आंध्र प्रदेश विकेंद्रीकरण और सभी क्षेत्रों का समावेशी विकास अधिनियम, 2020 को निरस्त कर दिया था. उनका मकसद राज्य के लिए तीन राजधानियां स्थापित करना है. 

राज्य सरकार ने विशाखापत्तनम (कार्यकारी राजधानी), अमरावती (विधायी राजधानी) और कुरनूल (न्यायिक राजधानी) को तीन राजधानियां बनाने का प्रस्ताव दिया है. रेड्डी ने कहा कि राज्य सरकार तीन और चार मार्च को विशाखापत्तनम में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन कर रही है. उन्होंने उद्योग जगत के लोगों से बैठक में हिस्सा लेने और राज्य में निवेश करने का अनुरोध भी किया.