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बड़ा खुलासाः नीतीश कैबिनेट के दो मंत्री वेतन के साथ-साथ पूर्व सांसद का पेंशन भी ले रहे, लिस्ट में 4 MLC का है नाम

बड़ा खुलासाः नीतीश कैबिनेट के दो मंत्री वेतन के साथ-साथ पूर्व सांसद का पेंशन भी ले रहे, लिस्ट में 4 MLC का है नाम

PATNA:  बिहार विधान परिषद के 4 सदस्य वेतन के साथ-साथ पूर्व सांसद का पेंशन भी ले रहे। इन चार विधान पार्षदों में 2 नीतीश कैबिनेट के मंत्री हैं। आरटीआई से पूरे मामले का खुलासा हुआ है। बिहार के जाने-माने आरटीआई एक्टिविस्ट शिवप्रकाश राय ने इस संबंध में केंद्र सरकार से जानकारी मांगी थी। 

आरटीआई से मिली जानकारी,चार एमएलसी ले रहे पूर्व सांसद का पेंशन

भारत सरकार के वित्त मंत्रालय, केंद्रीय पेंशन लेखा कार्यालय की तरफ से 12 अक्टूबर 2021 को यह जानकारी दी गई है. आरटीआई एक्टिविस्ट शिव प्रकाश राय ने 27 जुलाई 2021 को लोकसभा के सदस्य/आश्रितों की सूची जिन्हें पेंशन प्राप्त हो रहा है की मांग की थी. वित्त मंत्रालय के केंद्रीय पेंशन लेखा कार्यालय के सहायक लेखा अधिकारी विनोद कुमार की तरफ से यह जानकारी दी गई है. सूचना के अधिकार के तहत जो जानकारी मिली है उसके अनुसार बिहार के चार पूर्व सांसद जो वर्तमान में बिहार विधान परिषद के सदस्य हैं वे पेंशन ले रहे। इमें दो नेता तो नीतीश कैबिनेट में मंत्री हैं। वित्त मंत्रालय की तरफ से जो जानकारी आई है उसमें जनक राम जो खान एवं भूतत्व मंत्री हैं उन्हें पेंशन की राशि मिल रही। वहीं उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन को भी पेंशन दिया जा रहा। वहीं दो अन्य पूर्व सांसद जो वर्तमान में एमएलसी हैं उन्हें भी पेंशन दिया जा रहा है। ये हैं उपेन्द्र कुशवाहा और संजय पासवान। 

ये चार नेता रह चुके हैं सांसद

बता दें, शाहनवाज हुसैन,उपेन्द्र कुशवाहा, डॉ संजय पासवान और जनम राम चारों ही ऐसे नेता हैं जो संसद के सदस्य रह चुके हैं। शाहनवाज हुसैन, डॉ संजय पासवान और जनम राम लोकसभा के पूर्व सदस्य हैं वहीं उपेन्द्र कुशवाहा राज्यसभा और लोकसभा के सदस्य रह चुके हैं। ऐसे में ये नेता संसद से पेंशन पाते रहे हैं, लेकिन अब जबकि ये सभी बिहार विधान परिषद के वर्तमान सदस्य हैं ये पेंशनर नहीं हो सकते हैं। वजह ये है कि शाहनवाज हुसैन और जनम राम को मंत्री के तौर पर वेतन, भत्ता और सुविधाएं मिल रही हैं तो उपेन्द्र कुशवाहा और संजय पासवान को MLC के तौर पर वेतन और भत्ता मिल रहा है।

क्या कहते हैं आरटीआई एक्टिविस्ट

आरटीआई एक्टिविस्ट शिवप्रकाश राय का कहना है कि जो माननीय मंत्री हैं वे वेतन के साथ-साथ पेंशन नहीं ले सकते। यह नियमतः गलत है। सूचना के अधिकार के तहत हमने जानकारी मांगी थी। जो जानकार मिली है उसके अनुसार चार विधान पार्षदों को पूर्व सांसद के तौर पर पेंशन दिया जा रहा।

 मंत्री जनक राम कहना है कि उन्हें पता ही नहीं था कि इस मामले में नियम क्या है? जैसे ही जानकारी लगी हमने तुरंत लोकसभा महासचिव को पत्र लिख पेंशन बंद करने को कहा है। हमने शाहनवाज हुसैन का भी पक्ष लेने की कोशिश की लेकिन उनका फोन बंद मिला। हालांकि भाष्कर से बातचीत में शाहनवाज हुसैन ने कहा था कि उन्होंने 21 जनवरी 2021 को ही इसकी लिखित सूचना लोकसभा कार्यालय को दे ही है . संजय पासवान ने कहा कि वे संसद से पेंशन ले रहे हैं और इसके साथ ही वो यूनिवर्सिटी के रिटायर्ड प्रोफेसर के तौर पर भी पेंशन ले रहे हैं। हालांकि MLC रहने के बावजूद वे बिहार विधान परिषद से सैलरी नहीं ले रहे। 

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