सहरसा: सूबे के प्रसिद्ध हड्डी रोग विशेषज्ञ और जिले से ताल्लुक रखने वाले डॉक्टर आरएन सिंह को बडी जिम्मेदारी मिली है। दरअसल अपने चाहने वालों में डॉक्टर आरएन सिंह यानि डॉ रविंद्र नारायण सिंह को विश्व हिंदू परिषद का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया है। इस खबर के बाद उनके पैतृक गांव में जश्न का माहौल है।
मिली खबर के अनुसार डॉ आरएन सिंह को विश्व हिंदू परिषद का अध्यक्ष बनाया गया है। डॉ सिंह के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पर गांववालों में बेहद खुशी है। डा. आरएन सिंह के भाई प्रो. अमरनाथ सिंह, भतीजा उच्च न्यायालय के अधिवक्ता सतीश कुमार सिंह, गोलमा मेडिकल कालेज के व्यवस्थापक पंकज कुमार सिंह, कामेश्वर प्रसाद सिंह, ग्रामीण गोपाल सिंह, सतीश कुमार, विमलकांत झा, सदाशिव झा, योगेंद्र पासवान आदि का कहना है कि न्याय के देवता के रूप में विख्यात जिला जज स्व. राधाबल्लभ सिंह के सुयोग्य पुत्र ने पूरी दुनिया में अपने परिवार और गांव का नाम रोशन किया है। इनके कारण अब देश भर के लोग गोलमा को जानने लगे हैं।
लंदन में रहने के दौरान हुआ जुडाव
डॉ आएन सिंह मूल रूप से सहरसा के रहने वाले हैं। उनका घर जिले के गोलमा गांव में हैं। उनके पिता जिला व सत्र न्यायाधीश स्व. राधा बल्लभ सिंह थे। डॉ सिंह प्रसिद्ध हड्डी रोग चिकित्सक हैं। अपनी स्कूली शिक्षा कटिहार और पटना में पूरी करने के बाद उन्होंने पीएमसीएच से एमबीबीएस किया। इसके बाद करीब 10 सालों तक लंदन में FRCS व अन्य डिग्रियां हासिल कीं। वे लंदन में रहने के दौरान ही विश्व हिंदू परिषद से जुड़े थे। लंदन से पटना आकर अपनी क्लीनिक चलाने लगे। इस दौरान उन्हें बेहतर सेवा के लिए राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने पद्मश्री सम्मान भी दिया था।
राम मंदिर के लिए दिया था दान
केन्द्रीय अध्यक्ष बनने से पहले डॉ आरएन सिंह विहिप के केन्द्रीय उपाध्यक्ष के रूप में सक्रिय थे। राम मंदिर निर्माण के लिए हो रहे दान में उन्होंने 11 लाख का दान दिया था। डॉ सिंह पटना में नेत्रहीन बालिकाओं के लिए भी एक स्कूल चलाते हैं। अंतर ज्योति कन्या उच्च विद्यालय के नाम से चलने वाले इस स्कूल में नेत्रहीन बालिकाओं को नि:शुल्क आवासीय सुविधा के साथ ही स्कूली शिक्षा दी जाती है। केंद्रीय अध्यक्ष बनाए जाने पर बिहार, खासकर सहरसा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद सहित अन्य अनुशांगिक संगठनों ने खुशी जताई है।