NEET पेपर लीक केस में बड़ा खुलासा, ईओयू ने दर्ज किया एक और केस, मास्टरमाइंड संजीव मुखिया के खुल गए सारे राज, देश भर में हड़कंप

पटना- बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई की जांच 9 उम्मीदवारों के साथ-साथ बिहार के चार अन्य परीक्षार्थियों ने 5 मई को परीक्षा आयोजित होने से एक दिन पहले पटना के पास एक घर में परीक्षा के प्रश्नपत्र और उत्तर प्राप्त किए थे, जिन्हें ईओयू द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है.
नीट पर लीक कांड से जुड़ी हुई एक बड़ी खबर सामने आई है।इस मामले की अब तक जांच कर रही बिहार की आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने इस मामले में साइबर क्राइम का एक नया मामला दर्ज किया है।
इस केस में झारखंड के देवघर से गिरफ्तार किए गए राजीव कुमार परमजीत सिंह और पंकु कुमार के अलावा शेखपुरा के रंजन कुमार के खिलाफ इओयू में केस दर्ज किया गया है।
न्यूज4नेशन के पास दर्ज किए गए एफआईआर की कॉपी है जिसमें इस बात का जिक्र है कि कैसे यह साइबर गैंग एक्टिव था और नीट पेपर लीक कांड में सहयोग दे रहा था ।
आर्थिक अपराध इकाई की माने तो यह साइबर गैंग है नीट पेपर लीक कांड के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया के शागिर्दों को फर्जी तरीके से मोबाइल और सिम कार्ड उपलब्ध कराया था। इन्हीं के दिये गए मोबाइल और सिम कार्ड पर क्वेश्चन और आंसर शीट आया था ।गैंग के सरगना रंजन की गिरफ्तारी के लिए इओयू लगातार एक्शन में है और सुखपुरा पुलिस का सहयोग लिया जा रहा है।
रिपोर्ट- अनिल कुमार