कोरोना वैक्सीन के रखरखाव और वितरण को लेकर नीतीश कुमार की सरकार युद्धस्तर पर तैयारियों में जुटी है. राजधानी पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल परिसर स्थित स्टेट वैक्सीन स्टोर को अब कोरोना वैक्सीन के रखरखाव के लिए पूरी तरीके से तैयार कर लिया गया है.
स्टेट वैक्सीन स्टोर बिहार में वैक्सीन भंडारण का सबसे बड़ा केंद्र है. यह वैक्सीन सेंटर बिहार ही नहीं, देश के सबसे बड़े वैक्सीन भंडारण केंद्रों में से भी एक है. दावा किया जा रहा है कि वैक्सीन स्टोर में एक साथ कोरोना वैक्सीन के 35 लाख डोज रखे जा सकते हैं. स्टेट वैक्सीन स्टोर में 5 वॉक इन कूलर हैं, जिनके अंदर 2 डिग्री से 8 डिग्री तक तापमान बनाए रखने की व्यवस्था है.
प्रत्येक वॉक इन कूलर में कोरोना वायरस के 2.5 से 3 लाख वैक्सीन के डोज रखने की व्यवस्था है. इसके साथ ही स्टेट वैक्सीन स्टोर में 3 वॉक इन फ्रीजर भी मौजूद हैं. इसके अंदर तापमान 0 डिग्री से माइनस (-) 20 डिग्री तक बनाए रखने की व्यवस्था है.
प्रत्येक वॉक इन फ्रीजर में वैक्सीन के 1.5 लाख डोज रखे जा सकते हैं. बिहार सरकार वैक्सीनेशन के लिए प्रत्येक विकास खंड में केंद्र की सहायता से आइस लाइंड रेफ्रिजरेटर उपलब्ध कराए जा रहे हैं. प्रत्येक रेफ्रिजरेटर में कोरोना वैक्सीन की 10 हजार डोज रखने की व्यवस्था है. डॉक्टर बिनोद कुमार सिंह ने बताया कि प्रोटोकॉल के मुताबिक कोरोना वैक्सीन जब भी देश में उपलब्ध होगी, उसे प्रत्येक राज्य में भेजा जाएगा. आप को बता दें वैक्सीन सबसे पहले विमान से पटना एयरपोर्ट पहुंचेगी.
इसके बाद वैक्सीन को फ्रीजर वैन में रखकर एयरपोर्ट से नालंदा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में स्थित स्टेट वैक्सीन स्टोर में लाया जाएगा. इसके बाद स्टेट वैक्सीन स्टोर से फ्रीजर वैन के जरिए ही इसे जिलों में भेजा जाएगा. गौरतलब है कि देश के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने यह उम्मीद जताई थी कि नए साल में जनवरी तक कोरोना वैक्सीन देश में उपलब्ध हो सकती है.