PATNA: बिहार की राजनीति के लिए अगला 48 घंटा काफी अहम है। राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि एक बार फिर से नीतीश कुमार भाजपा को गच्चा देकर तेजस्वी यादव से हाथ मिला सकते हैं। यानी भाजपा को बिहार की सत्ता से बेदखल करने की तैयारी है। इधर भाजपा भी पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाये हुए हैं। रविवार शाम पटना से दिल्ली गये प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल सोमवार को आनन-फानन में पटना लौटे. वे अगली रणनीति पर काम कर रहे हैं।
तारकिशोर-संजय जायसवाल की मीटिंग
बिहार बीजेपी नेतृत्व एक्शन में है। प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल आज दूसरी दफे डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद से मीटिंग करने उनके आवास पहुंचे। दोपहर में भी डिप्टी सीएम के सरकारी आवास पर पहुंचे थे। इसके बाद वहां से बाहर निकलकर गोपनीय तौर पर अन्य नेताओं के साथ बैठ कर मंथन किया। इसके बाद फिर से सोमवार की शाम तारकिशोर प्रसाद के आवास पर पहुंचे हैं। दोनों नेताओं के बीच बिहार की वर्तमान राजनीतिक हालात पर चर्चा कर रहे हैं।
अंधेरे में ललन-तेजस्वी की मुलाकात
बिहार में जेडीयू-बीजेपी का रास्ता अलग होने वाला है...।क्या नीतीश कुमार एक राजद को साथ लेकर सरकार चलायेंगे? इस सवाल को लेकर तरह-तरह की चर्चा है। हालांकि जेडीयू और राजद के नेता अभी इस रिश्तों को लेकर साफ-साफ बोलने से बचते दिख रहे।जेडीयू नेताओं ने विधायक दल की बैठक बुलाने के निर्णय को आरसीपी सिंह प्रकरण से जोड़ा है। वहीं राजद ने भी बैठक को सामन्य बैठक करार दिया है। लेकिन अंदरखाने की खबर है कि जेडीयू और राजद के बीच सरकार गठन को लेकर बातचीत अंतिम दौर में है। विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि नेता प्रतिपक्ष और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की रात के अंधेरे में तीन दिन मीटिंग हो चुकी है। बताया जा रहा है कि तेजस्वी यादव अकेले में ललन सिंह से मुलाकात कर सरकार में शामिल होने पर मंथन कर चुके हैं। बीजेपी नेतृत्व को इस बात की पूरी जानकारी हो चुकी है।
नीतीश कुमार के निर्णय का कर रहे इंतजार
बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने नाम न उजागर करने की शर्त पर बताया कि बिहार के राजनीतिक घटनाक्रम पर हमारी पूरी नजर है। हमें यह भी जानकारी लगी है कि रात के अंधेरे में तेजस्वी यादव और ललन सिंह के बीच तीन राउंड की बातचीत हो चुकी है। दोनों नेताओं के बीच बातचीत के बाद सीएम नीतीश को अवगत कराया गया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने बताया कि शीर्ष नेतृत्व को जेडीयू के मिशन की पूरी जानकारी है। लेकिन हमारी पार्टी सहयोगी दल के निर्णय का इंतजार कर रही है। भाजपा पहले कोई स्टेप नहीं उठायेगी। हम गठबंधन धर्म का पालन कर रहे हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने यह भी बताया कि जेडीयू-राजद के मिलन की वजह की भी पूरी जानकारी है।