BEGUSARAI: जिले में दो शिक्षकों की क्रूरता की हदें पार कर देने वाली एक तस्वीर सामने आई है जहां दो शिक्षकों ने मासूम छात्र को गर्म आयरन से दाग दिया। मासूम के शरीर के कई हिस्से पर जगह जगह दाग हो गए। बच्चा जब दर्द से कराहा तब उसकी जानवरों की तरह पिटाई की गई। क्रूरता की हद पार करने वाली यह घटना बेगूसराय के नीमा चांदपुरा थानां क्षेत्र के चांदपुर चितरंजन टोल की है।
इस मामले में खास बात यह है कि बिहार में लॉकडाउन के कारण जहां सारे शिक्षक संस्थान बंद हैं। वहीं यह दोनों शिक्षक धड़ल्ले से स्कूल और होस्टल का संचालन कर रहे थे। इसी दौरान इस बड़ी वारदात को अंजाम दिया।। आरोपी शिक्षकों ने घटना के संबंध में किसी भी तरह की जानकारी परिजनों को देने पर बच्चे को जान से मारकर फेंकने की धमकी भी दी थी। घटना की जानकारी परिजनों को उस वक्त लगी जब बच्चा स्कूल से भागकर घर पहुंचा। शिक्षकों के इस कुकृत्य से समाज के हर वर्ग के लोगों में गुस्से व्याप्त है ।
वार्ड नंबर 12 चितरंजन टोला के रहने वाले रणवीर सहनी का 10 वर्षीय पुत्र प्रेम कुमार के साथ यह वारदात हुई है। परिजनों ने बताया कि प्रेम कुमार गांव के ही प्रोग्रेसिव सेंट्रल हाई स्कूल के होस्टल में रहकर अपनी पढ़ाई करता था। इसी सिलसिले में शनिवार को शिक्षक चंदन कुमार ने बच्चे को पकड़ लिया और दूसरे शिक्षक राहुल कुमार ने उसको जबरन आयरन से उसे दागा। इस दौरान बच्चे के शोर मचाने पर उसकी निर्ममता से पिटाई भी की। इस संबंध में बच्चे की दादी ने बताया कि बच्चा जब स्कूल से घर आया तो कुछ नही बताया। जब उसको स्नान कराने ले गए तो उसके उसके जले हुए बदन को देख कर पूरा मामला सामने आया। जिसके बाद इसकी सुचना पुलिस को दी गई । इसके बाद पुलिस एक्शन में आते हुए दोनों शिक्षको को गिरफ्तार कर लिया। वहीं आरोपी शिक्षिकों ने इस आरोप को गलत बताया है।