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बिहार फ्रेटर्निटी कॉन्क्लेव 2018 का आयोजन, विकास के मुद्दे पर गंभीर चर्चा के साथ ही कवि सम्मेलन और लोकगीतों का लगा तड़का

बिहार फ्रेटर्निटी कॉन्क्लेव 2018 का आयोजन, विकास के मुद्दे पर गंभीर चर्चा के साथ ही कवि सम्मेलन और लोकगीतों का लगा तड़का

PATNA : पटना के भारतीय नृत्य कला मंदिर में ‘Bihar Fraternity Conclave 2018’ का आयोजन हुआ जिसमें बिहार के विकास के मुद्दों पर चर्चा हुई और साथ ही साथ कवि सम्मेलन व लोकगीतों का भी दर्शकों ने लुत्फ़ उठाया। दीप-प्रज्वलन और ‘तनिष्का’ द्वारा स्वागत नृत्य से कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। उसके बाद बिहार फ्रेटर्निटी के सह-संस्थापक व उपाध्यक्ष प्रकाश शर्मा ने फोरम के उद्देश्यों को उपस्थित लोगों के साथ साझा किया।

शिक्षा,स्वास्थ्य और कला पर परिचर्चा

पहली परिचर्चा जो ‘शिक्षा, स्वास्थ्य व कला’ से जुड़ी थी, उसमें भाग लेते हुए इकोवेशन के रितेश सिंह, शिक्षा से जुड़े समाजसेवी डॉ कुमार अरुणोदय, डॉ विकास सिंह, पेंटर मीनाक्षी झा बनर्जी व मूर्तिकार शरद कुमार ने अपनी बातें सभी के समक्ष रखी और लोगों के प्रश्नों का जवाब दिया। सत्र को संचालित फ़िल्म निर्माता रविराज पटेल ने किया।

लोकगीतों पर झुमे लोग

समारोह में प्रख्यात लोक-गायिका चंदन तिवारी व छाया कुमार ने अपने लोकगीतों से लोगों का दिल जीत लिया। इसके साथ ही सारेगमपा के प्रतिभागी और उभरते गायक आलोक चौबे ने लोगों को अपने गानों से ख़ूब झूमाया।

बिहार की तरक्की में राजनीतिक भागीदारी पर चर्चा

अंतिम परिचर्चा में जदयू से अशोक चौधरी, भाजपा से नीतीश मिश्रा और आरजेडी से आलोक कुमार मेहता ने बिहार की तरक्की में राजनीति की भागीदारी पर खुल कर अपना बात रखी। बिहार के विकास में राजनेता कैसे अपना योगदान दे सकते हैं इसको लेकर मंथन किया गया। राजनीतिक परिचर्चा सत्र का संचालन  न्यूज़4नेशन के निदेशक कौशलेन्द्र प्रियदर्शी ने किया।

हास्य कवियों ने झुमाया

अंत में डेढ़ घंटे के कवि सम्मेलन में मशहूर हास्य कवियों की टोली शम्भू शिखर, चिराग जैन, रमेश मुस्कान व स्वाति खुशबू ने अपनी प्रस्तुतियों से लोगों का काफी मनोरंजन किया। एमसी की भूमिका में रेडीयो मिर्ची के आरजे शशि ने पूरे कार्यक्रम के दौरान दर्शकों को बांधे रखा। कलाकारों व परिचर्चा में शामिल विशेषज्ञॊं को मिथिला चित्रकारी और शॉल दे कर सम्मानित किया गया।

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