बिहार सरकार का बड़ा फैसला, जवान की शहादत या आकस्मिक मृत्यु के बाद उनके आश्रितों को दिया जाएगा 25 लाख रुपया

PATNA: बिहार पुलिस ने एक बड़ा फैसला लिया है। दरअसल, ड्यूटी के दौरान किसी जवान की शहादत या आकस्मिक मृत्यु हो जाती है तो उनके आश्रितों को बिहार पुलिस एकमुश्त में 25 लाख रुपया देगी। बता दें कि, यह निर्णय बिहार पुलिस केंद्रीय प्रशासन समिति के द्वारा आयोजित हुई बैठक में हुआ है। वहीं जिसके बाद विशाल शर्मा, सहायक पुलिस महानिरीक्षक (कल्याण) ने इसकी जानकारी दी है। 

उन्होंने बताया कि अगल अगल आवेदनों को स्वीकृत किया गया है। और उसके आधार पर लोगों में राशि वितरण किया गया है। सर्वप्रथम 39 आवेदन पर 4.2 लाख स्वीकृत किए थे। जो सभी लोगों को डिस्ट्रीब्यूशन हुए है। उसके बाद लगभग 14 पुलिस पदाधिकारी को सहाय एवं कल्याण कोष से 7.30 लाख रुपए को विशेष परिस्थिति में स्वीकृत किए गए थे। जिसके बाद जो रूटीन मैटर से उसमें करीब 106 मैटर को कंसीडर किया गया। जिसमें लगभग 18 लाख राशि को स्वीकृत किया गया और डिस्ट्रीब्यूट किया गया है। इसके साथ ही बिहार पुलिस शिक्षा कोष सहायता अनुदान में लगभग 394 एप्लीकेशन प्राप्त हुई थी। जिसमें से 39लाख32 हजार रुपए को स्वीकृत किया गया है।

वहीं उन्होंने बताया कि इस बार एक बड़ा निर्णय लिया गया है। जो केंद्रीय प्रशासन समिति की बैठक में लिया गया है। जिसके अनुसार पुलिस पदाधिकारी या पुलिसकर्मी की एक्टिव ड्यूटी में किसी कारण घटना, दुर्घटना या मुठभेड़, उग्रवादी मुठभेड़, अपराधिक मुठभेड़, हिंसा बारूदी, सुरंग हमला दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं। तो उनको प्रोवाइड किया जाएगा। जिसे लेकर एक बड़ा निर्णय लिया गया है। इस सुविधा का लाभ सिपाही से लेकर के सभी सीनियर ऑफिसर्स आईपीएस ऑफिसर तक को दिया जाएगा। इसके तहत मृतकों के आश्रितों को 25 लाख रुपया प्रदान किया जाएगा। 

Nsmch

दरअसल, बिहार के पुलिसकर्मियों को कार्य के दौरान उनके जीवन की क्षति होने पर उनके परिजनों को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। पूर्व में दो लाख रुपये दिए जाते थे। पुलिस महानिदेशक की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह राशि बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। राज्य में करीब 1 लाख 20 हजार पुलिसकर्मियों को इस लाभ से जोड़ा गया है। वहीं इसकी शुरूआत समस्तीपुर जिला अंतर्गत मोहनपुर ओपी प्रभारी नंदकिशोर यादव के छापेमारी के क्रम में शहीद हो गए थे उनको देकर के किया जाएगा।