आरक्षण का दायरा बढ़ाएगी बिहार सरकार ! जाति गणना रिपोर्ट के बाद CM नीतीश का अब ये है प्लान

पटना. बिहार जातीय गणना सर्वे रिपोर्ट आने के बाद यह सवाल जोरों पर है कि क्या आरक्षण का दायरा बढ़ाया जाएगा. इसे लेकर अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी आगे की रणनीति बताई है. उन्होंने बुधवार को आरक्षण का दायरा बढ़ाने को लेकर आगे क्या योजना है उसका खुलासा किया. आरक्षण का दायरा बढ़ाने से संबंधित प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी हम इस पर कुछ नहीं बोलेंगे। जाति आधारित गणना की रिपोर्ट को सदन में रखने के बाद सभी की राय हम सुनेंगे, उसके बाद सरकार इसपर निर्णय लेगी।
जाति आधारित गणना से संबंधित प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी पार्टियों की सहमति के बाद ही हमलोगों ने जाति आधारित गणना कराने का काम किया है। अब इसकी रिपोर्ट को सदन में रखा जाएगा। सभी परिवारों की आर्थिक स्थिति का ब्यौरा भी सदन में रखा जाएगा चाहे वे किसी भी जाति, धर्म के हों। सभी विधायकों एवं विधान पार्षदों को भी इसकी जानकारी दी जाएगी। एक-एक चीज को लोग जानेंगे। उसके बाद सभी से विमर्श कर आगे इसपर काम किया जाएगा, अभी हमसे इस मुद्दे पर कुछ मत पूछिए।
बिहार सरकार ने 2 अक्टूबर को जातीय गणना की रिपोर्ट सार्वजनिक की थी. बिहार में आबादी के हिसाब से अत्यंत पिछड़ा वर्ग 36.01 फीसदी है जिसकी संख्या 4,70,80,514 है. वहीं पिछड़ा वर्ग 27.12 फीसदी है जिनकी तादाद 3,54,63,936 है, जबकि अनुसूचित जाति के 19.6518% हैं, इनकी आबादी 2,56,89,820 है. वहीं अनुसूचित जनजाति की आबादी 21,99,361 है जो कि कुल आबादी का 1.6824% है.
जातिवार देखें तो कुल 215 जातियों की गिनती हुई है। इसमें 1 परसेंट से ज्यादा आबादी वाली जातियों की 13.07 करोड़ की आबादी में हिस्सेदारी देखें तो यादव सबसे आगे हैं। बिहार की आबादी में शेयर के हिसाब से यादव- 14.27%, दुसाध, धारी, धरही- 5.31%, मोची, चमार, रविदास- 5.26 %, कुशवाहा (कोइरी)- 4.21%, ब्राह्मण- 3.66%, मोमिन- 3.55%, राजपूत- 3.45%, शेख- 3.82%, मुसहर- 3.09%, कुर्मी- 2.88%, भूमिहार- 2.87%, तेली- 2.81%, मल्लाह- 2.61%, बनिया- 2.32%, कानू- 2.21%, धानुक- 2.14%, नोनिया- 1.91%, सुरजापुरी मुस्लिम- 1.87%, पान, सवासी, पानर- 1.70%, चन्द्रवंशी- 1.65%, नाई- 1.59%, बढ़ई- 1.45%, धुनिया- 1.43%, प्रजापति- 1.40% और कुंजरा- 1.40% हैं। सवर्ण जातियों में कायस्थ की आबादी एक परसेंट से कम 0.60 परसेंट के आसपास आई है।
धर्मवार देखें तो लगभग 82 परसेंट हिंदू, 17.70 परसेंट मुसलमान, ईसाई 0.05 परसेंट, सिख 0.01 परसेंट, बौद्ध 0.08 परसेंट, जैन 0.009 परसेंट, अन्य धर्म 0.12 परसेंट और कोई धर्म नहीं मानने वाले 0.0016 परसेंट हैं।