DESK बिहार विधानसभा की बढती गर्मी के साथ कोरोना की भी संख्या भारी मात्र में बढती नजर आ रही है. कोरोना वायरस से संक्रमण का खतरा अब लोगों के ऊपर मंडराने लगा है.आने वाले समय में कोरोना मरीजों की बढ़ती आशंका को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की दो सदस्यीय टीम पटना पहुंची. इस टीम ने बिहार स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत और अतिरिक्त सचिव डॉ. कौशल किशोर और लोकेश कुमार के साथ पटना सिटी का दौरा किया. टीम ने एनएमसीएच अस्पताल पहुंचकर वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया.
कोरोना की बढती संख्या को दखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम और बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों ने अस्पताल के विभिन्न विभागों में घूम-घूम कर जहां कोरोना मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं का जायजा लिया, वहीं कोरोना के सही इलाज को लेकर अस्पताल में तैनात डॉक्टरों को कई आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए. इस मौके पर एनएमसीएच के अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि ऐसी आशंका है कि आने वाले समय में कोरोना मरीजो की संख्या में इजाफा हो सकता है, इसे लेकर ही अस्पताल की तैयारियों का जायजा लिया गया है.
डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि पिछले 7 महीनों से अस्पताल में कोरोना पीड़ित मरीजों का इलाज चल रहा है. राज्य सरकार ने बीते मार्च महीने में एनएमसीएच को कोविड डेडिकेटेड अस्पताल घोषित किया था, जहां पिछले 7 महीनों से कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा था. हाल ही में अस्पताल में नॉन कोविड मरीजों के इलाज को लेकर ओपीडी सेवा चालू की गई है.
फिलहाल अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए 100 बेड आरक्षित किए गए हैं. अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि केंद्रीय टीम के सदस्य निरीक्षण के दौरान अस्पताल की व्यवस्थाओं से संतुष्ट दिखे. हालांकि, इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने मीडिया से बात करने से सीधे तौर पर इनकार कर दिया. मालूम हो कि चुनाव के दौरान बिहार में नेताओं और उनके समर्थकों में कोरोना को लेकर जबर्दस्त लापरवाही देखने को मिल रही है. बिहार में 3 फेज में चुनाव होने हैं, जबकि वोटों की गिनती 10 नवंबर को होनी है.