पटना: पुरानी कहावत है, कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता है। बस इसी बात को चरितार्थ कर दिखाया है ज्ञान आइएएस क्लासेस गया की दो छात्राओं ने। सबसे अहम यह कि इन छात्राओं में एक जहां गृहणी है वहीं दूसरी ने पहली बार में ही सफलता हासिल की है।
घर को संभालते हुए हासिल की सफलता
एक कुशल गृहणी के रूप में अपने घर को संभालने वाली मनोरमा कुमारी ने यह साबित कर दिया है कि मेहनत का फल जरूर मिलता है। बीपीएससी द्वारा जारी किये गये परिणाम में राजस्व पदाधिकारी के रूप में चयनित मनोरमा इसके पहले लगातार दो बार इंटरव्यू फेस कर चुकी थी, जिसमें पहली बार में वह 16 नंबर तथा दूसरी बार में केवल चार नंबर से पीछे रह गयी थी। इन सभी असफलताओं से बिना विचलित हुए मनोरमा ने अपना प्रयास जारी रखा, जिसका सुखद परिणाम इस बार बीपीएससी द्वारा जारी रिजल्ट में दिखा। ज्ञात हो कि मनोरमा के एक बेटे ने इसी साल दसवीं की परीक्षा को पास किया है।
वहीं एक दूसरी छात्रा निधि ने भी सफलता की नयी इबारत को इस बार लिख दिया है। ज्ञात हो कि निधि ने पिछली बार भी सफलता हासिल की थी, तब इन्हें डीएसपी का पद मिलता। उम्र कम होने से निधि दौड़ से बाहर हो गई थी लेकिन इस बार भी निधि ने अपनी मेहनत को फिर सार्थक साबित किया और इस बार भी सफलता हासिल की। इस बार निधि को आपूर्ति पदाधिकारी का पद मिला है।