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BIHAR NEWS: पशुपालन विभाग का कारनामा, कूड़े में फेंक दी लाखों की दवाइयां- इंजेक्शन, जिम्मेदारी लेने को नहीं कोई तैयार

BIHAR NEWS: पशुपालन विभाग का कारनामा, कूड़े में फेंक दी लाखों की दवाइयां- इंजेक्शन, जिम्मेदारी लेने को नहीं कोई तैयार

BHAGALPUR: नवगछिया प्रखंड के रंगरा का प्राथमिक चिकित्सालय इन दिनों चर्चा में है। यहां भारी मात्रा में दवाई और इंजेक्शन कूड़ेदान में फेंके जाने का मामला सामने आया है। रंगरा गांव में मवेशियों के इलाज के लिए सरकार ने करोड़ों रुपए की लागत से भवन बनाकर प्राथमिक पशु चिकित्सालय खोल तो दिया, मगर उसमें बैठने वाले डॉक्टर जानवरों से भी बदतर निकले।

जानवरों के समुचित इलाज के लिए विभाग द्वारा अस्पताल में दवाइयां और कई प्रकार का सुविधाजनक सामान दिया है। सच्चाई तो यह है कि दवा जानवरों तक नहीं पहुंच पा रही है। इसका सीधा उदाहरण पशु चिकित्सालय में देखा जा सकता है। चिकित्सालय के बाहर एक खंडहर में लाखों रुपए की दवाई और इंजेक्शन फेंकी हुई है। खंडहर में कई ऐसी दवाइयां भी थी, जो सील पैक थी। भारी मात्रा में फेंकी गई दवाइयां अस्पताल प्रशासन और विभाग पर सवाल खड़े करता है। सभी दवाइयों की शीशी भरी हुई थी। उन दवाइयों के संबंध में जब पता लगाया गया तो मालूम हुआ कि यह सभी दवाएं मवेशियों के खुर और मुंह सहित अन्य रोगों में काम आती है। कुछ दवाइयों पर वर्ष 2017 का एक्सपायरी अंकित था। वहीं अन्य दवाइयां और सिरिंज और नीडल अब भी इस्तेमाल किए जाने योग्य थी। इसके बावजूद सभी को एकसाथ फेंक दिया गया। मौके पर अपने मवेशियों के लिए दवा लेने आए ग्रामीणों ने बताया कि यहां दवाई उपलब्ध नहीं रहती है और ना ही डॉक्टर आते हैं। फेंकी गई दवाइयों को देखकर सभी ग्रामीणों ने आशंका जताई कि डॉक्टर द्वारा दवाइयां बाहर भी बेची जाती होंगी।

पशु चिकित्सालय के डॉक्टर गोपाल कुमार से जब इस संबंध में पूछा गया तो पहले तो उन्होंने कुछ बताने से इंकार कर दिया। हालांकि बाद में सफाई पेश करते हुए कहा कि दवाइयां एक्सपायरी है और हमारे समय की नहीं है। वहीं भागलपुर के सांसद अजय मंडल ने इस संबंध में कहा कि अगर इस तरीके से दवाइयों को फेंका गया है, तो यह बहुत बड़ा अपराध है। इसको लेकर डॉक्टरों पर कार्रवाई की जाएगी। दूसरी तरफ गोपालपुर विधानसभा के विधायक गोपाल मंडल से जब इस संबंध में जानकारी दी गई तो उन्होंने कहा कि हमें इसकी जानकारी नहीं है। प्रेस के माध्यम से जानकारी मिल रही है। जानकारी पूर्ण रूप से लेने के बाद इस संबंध में वह टिप्पणी करेंगे। पूरे मामले पर नवगछिया एसडीओ अखिलेश कुमार ने कहा कि इसकी सूचना नहीं मिली थी। जांच करवाकर दोषी पर कार्रवाई की जाएगी।

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