Bihar news: गोपालगंज- जिले के सदर अस्पताल में प्रसव कराने आई महिलाओ के साथ डाक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा लापरवाही किए जाने के मामले में परिजनो ने प्रसूति वार्ड में जमकर हंगामा किया। इस दौरान परिजनो के द्वारा किए गए हंगामा के बाद लोगों की भीड़ जुट गई .वहीं कई ऐसे मरीज के परिजन थे जो अपने मरीज को लेकर प्राइवेट नर्सिंग होम की ओर रुख कर गए। फिलहाल मौके पर काफी देर तक गहमा गहमी की स्थिति उत्पन्न होती रही लेकिन अस्पताल प्रशासन के कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे।
दरअसल गोपालगंज सदर अस्पताल के प्रसूति वार्ड अपने कारनामों को लेकर हमेशा ही चर्चा में रहा है। आए दिन डॉक्टर स्वास्थ्यकर्मियों की लापरवाही से मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ती है वही स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा मरीज के परिजनो से पैसे की उगाही का भी मामला देखने को मिल जाता है। पिछले दिनों महिला मरीज कें परिजनो से स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा एचआईवी के नाम पर लिए गए पैसे का।मामला अभी खत्म भी नहीं हुआ की एक और मामले डॉ की लापरवाही का सामने आ गया।
बताया जाता है की प्रसूति वार्ड मे सरेया वार्ड नंबर पांच निवासी कुमारी साधना चौधरी को प्रसव पीड़ा हुआ। परिजन उसे लेकर सदर अस्पताल के प्रसूति वार्ड में पहुंच गए। लेकिन प्रसूति वार्ड में उसका कोई देखभाल नहीं हो सका। दर्द से प्रसूता कराहती रही लेकिन डॉक्टर नदारद रहे। लेकिन नाही उसके पास कोई डॉक्टर पहुंच पाई नाही कोई स्वास्थ्य कर्मी। इसी बीच महिला के शहरी से बच्चे का एक अंग बाहर आ गया बावजूद उसे किसी तरह की कोई सुविधा नहीं मिली जिसके बाद परिजन मजबूरी में उसे अस्पताल के स्ट्रेचर सहित उसे अस्पताल से प्राइवेट नर्सिंग होम लेकर चले गए। तभी एक अन्य महिला पंचदेवरी निवासी सीमा देवी पिछले 24 घंटे से प्रसव पीड़ा से कराह रही थी लेकिन उसे देखभाल नही किया गया।
महिला के।परिजन गुलाबी देवी ने आरोप लगाया की दर्द से वह परेशान थी कई बार नर्स लोगो के पास जाकर कहती लेकिन डांट कर भगा देती इसी बीच जब वह बेहोश हो गई और हंगामा किया गया तो सभी लोग उसे देखने पहुंच गए। इतना ही नहीं डॉक्टर के गैर हाजिर में भी नर्स ने मरीज को खुद से रेफर लिख भेज रही है। वही एकडेरवा गांव निवासी एक महिला ने बताया की लड़की होने के बाद नर्स लोगो ने 25 सौ रुपए की मांग की गई लेकिन 15 सौ रुपए देने पड़े पिछले पर बताया गया की नार कटाई और मेहनत करने को लेकर पैसे लिए गए है।
फिलहाल इस पूरे मामले पर सिविल सर्जन डॉ बिरेंद्र प्रसाद ने बताया की आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है।मामला संज्ञान में आया है। डीएस से रिपोर्ट मांगा गया है रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया की डॉ अनुरंजीता परासर की ड्यूटी थी इसकी भी जांच की जाएगी की आखिर वे क्यों मौजूद नहीं थी।
रिपोर्ट- मन्नान अहमद