AURANGABAD: कोरोना की दूसरी लहर में गुमशुदगी का आरोप लगने के बाद काराकाट के जेडीयू सांसद महाबली सिंह अब एक्टिव हो गए हैं। सक्रियता ऐसी कि उन पर गुमशुदगी का आरोप लगाने वाले भी उनकी एक्टिवनेस को देखकर शरमा जाए।
बिहार की नीतीश सरकार ने लॉकडाउन को 1 जून तक बढ़ा दिया है। साथ ही अपने मंत्रियों को क्षेत्र में जाने से परहेज का फरमान भी जारी किया है। अब ये जनाब मंत्री थोड़े है कि इन पर ये वाला फरमान लागू होगा। हालांकि अगर इनपर फरमान लागू भी होता तो भी ये नहीं मानते, क्योंकि माननीय पर नागरिकों ने कोरोना काल में क्षेत्र से गुमशुदा रहने का आरोप लगा रखा है। माननीयों के लिए आरोप तो आरोप होता है जिस पर सफाई देना, जवाब देना या पलटवार करना वे अपना परम कर्तव्य समझते है। यही वजह है कि माननीय यानी क़ाराकाट के जेडीयू सांसद महाबली सिंह लाव लश्कर के साथ क्षेत्र भ्रमण पर निकले। दाउदनगर के स्वास्थ्य केंद का निरीक्षण करने के बाद कई अन्य स्वास्थ्य केंद्रों का भी जायजा लिया।
इसी दौरान मीडिया ने जब उनसे यह पूछा कि आप पर गुमशुदा होने का आरोप है। कहीं इसी आरोप के कारण अचानक सक्रियता तो नहीं दिखा रहे हैं। इसका जवाब देकर तो माननीय उल्टे ही फंस गए। कह दिया कि कोरोना काल है, लॉकडाउन है तो जब हम ही लॉकडाउन का पालन नही करेंगे तो जनता को इसका पालन करने को कैसे कहेंगे। इसी वजह से वे क्षेत्र में नहीं थे। यह कहते कहते माननीय यह भी भूल गये कि आज भी लॉकडाउन है। अब जनता से पूरे पांच साल का पक्का एग्रीमेंट है तो वह बीच में टूटने वाला तो है नहीं। लिहाजा माननीय की मर्जी जब चाहे क्षेत्र में दिखें और जब चाहें गायब हो जाएं।