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BIHAR NEWS: सावन में कोसी ने दिखाया रौद्र रूप, 21 परिवारों का आशियाना नदी में समाया, किसी अधिकारी ने नहीं ली सुध

BIHAR NEWS: सावन में कोसी ने दिखाया रौद्र रूप, 21 परिवारों का आशियाना नदी में समाया, किसी अधिकारी ने नहीं ली सुध

NAVGACHHIA: बिहार में बाढ़ का आना कोई नई बात नहीं है। हर साल सूबे के कई जिले बाढ़ का दंश झेलते हैं। इसमें सबसे ज्यादा परेशानी नदी के किनारे रहने वालों को होती है, क्योंकि बाढ़ का प्रकोप से नदी तेजी से कटाव करती है, जिससे कई लोगों की आशियाने और जीवन भर की जमापूंजी नदियां अपने साथ ले जाती हैं। यही हाल फिलहाल नवगछिया इलाके का है, जहां की तटीय आबादी इन दिनों कोसी नदी का रौद्र रूप झेलने को विवश है।

बिहपुर प्रखंड के हरिओ पंचायत के कोसी पार गांव कहारपुर इन दिनों कोसी कटाव की मार झेलने को विवश है। सुबह में ग्रामीण मनीष सिंह का घर कोसी के गर्भ में समा गया। व्यवस्था ऐसी है कि कोई चाह कर भी कुछ नहीं कर पा रहा है। कटाव से कहारपुर ग्रामीण भयभीत होकर भगवान का नाम जप रहे हैं। इन सब के बीच सरकारी दावों को धता बताते हुए गांव की सुध लेने के लिए अभी तक कोई अधिकारी नहीं पहुंचा। यह सारी बातें गांव के ग्रामीण सनातन सिंह, बिट्टू सिंह, शंकर यादव, कैलू शर्मा, भकूल शर्मा सहित दर्जनों लोगों ने बतायी। कोसी के रौद्र रूप को देखकर ऐसा लगता हैं की गांव के अस्तित्व को खत्म करके ही छोड़ेगा। उधर दक्षिण दिशा से कोसी का कटाव बड़ी तेजी से आगे बढ़ रही है। अब कटाव से लोगों ने खुद से ही घरों को तोड़कर कर हटा दिया और घर के समान को सुरक्षित स्थानों पर पहुचाने में जुटे हैं। जिन लोगों का घर कोसी में समा गया हैं, वो दूसरों के खाली घर में रहने को विवश हैं।

ग्रामीणों ने प्रशासन से मदद का गुहार लगाईं है, मगर अभी तक किसी प्रकार की राहत प्रशासन के द्वारा नहीं मिली है। कोसी का कटाव पिछले वर्षों की तरह है और इस साल भी भयावह तरीके से आगे बढ़ रही है। ग्रामीण ने बताया कि बाढ़ नियंत्रण अवर प्रमंडल के अधिकारी न ही फ्लड फाइटिंग के अधिकारी गांव में हो रहे कटाव को देखने भी नहीं आ रहे हैं। हालांकि फ्लड फाइटिंग का काम हुआ है पर कोसी के इस भयानक कटाव से कुछ भी असर नहीं पड़ा। अब तक 21 लोगों का घर कोसी में समा चुका हैं। जरूरत है तो बस प्रशासनिक सहायता की।।

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