PATNA : फिल्मों की रंगीन दुनिया की चकाचौंध से प्रभावित सातवीं कक्षा का एक छात्र घर से भागकर मुंबई जाने के लिए निकला। लेकिन इससे पहले की वह मुंबई पहुंच पाता, बिहार की राजधानी पटना में ही उसके सपनों के पंख कतर दिए गए।
मामला सहरसा जिले से जुड़ा बताया जा रहा है। जहां रहनेवाला अंकित राज सहरसा से लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस (Lokmanya Tilak Express) में एसी थर्ड बोगी में रिजर्वेशन कराकर मुंबई जा रहा था। इसी दौरान ट्रेन पटना के पाटलीपुत्र स्टेशन (Patliputra Station) पहुंची। जहां आरपीएफ द्वारा ट्रेन की जांच की जा रही थी। , इसी बीच थर्ड एसी बोगी में एक लड़के को अकेला बैठा देख आरपीएफ जवानों ने पूछताछ की। पूछताछ में उसने अपना नाम अमृत राज बताते हुए मुंबई जाने की बात कही। उसने कहा कि उसे हीरो बनना है।
छोटी उम्र में इस तरह की बातें सुनकर आरपीएफ को संदेह हुआ और उन्होंने लड़के को पकड़ लिया और उसकी तलाशी ली, जिसमें उसके पास से 20 हजार नगद और एक लैपटॉप बरामद किया गया। साथ ही पूछताछ के बाद लड़के के परिवार को इसकी पूरी जानकारी दी गई। साथ ही मुंबई जानेवाली उसके ट्रेन के टिकट को भी कैंसिल करा दिया गया। आरपीएफ की इस कार्रवाई के बाद चढ़कर मासूम छात्र बेहद मायूस और उदास हो गया।
अलमारी में मां के रखे पैसे लेकर निकला था घर से
मामले में आरपीएफ इंस्पेक्टर पीके वर्णवाल ने बताया कि पकड़ा गया छात्र अंकित राज सहरसा के वार्ड संख्या-नौ, नया बाजार का रहने वाला है। उसके पिता मुकेश कुमार झा को सूचना दे दी गई है। अंकित सहरसा के संत जार्ज हाईस्कूल का सातवीं कक्षा का छात्र है। पूछताछ में उसने बताया कि आलमारी में मां के पैसे रखे थे, उसी को लेकर वह हीरो बनने जा रहा था। वर्णवाल ने बताया कि उसके पिता सहरसा से चल चुके हैं।