KATIHAR: कटिहार सदर अस्पताल परिसर में तीन दिनों से एंबुलेंस में ही खुले हालात में रखा हुआ है कोरोना पॉजिटिव मरीज का शव. आश्चर्य की बात यह है अस्पताल के मुख्य परिसर में ही आइसोलेशन वार्ड है. परिसर में जहां स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बैठते हैं, ठीक उसके पीछे एंबुलेंस में खुले हालत में शव रखा हुआ है, जिससे लोगों को काफी दिक्कत हो रही है. लेकिन सदर अस्पताल प्रशासन इसे लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है.
स्थानीय लोग और एंबुलेंस चालक अपनी परेशानी बयान करते हुए कहते हैं कि यहां पूरा सिस्टम फेल हो चुका है. ऊपर से पदाधिकारी के जो आदेश आते हैं, नीचे के अधिकारी किसी भी रूप में उसका पालन नहीं कर रहे. जिस कारण सदर अस्पताल में हालात बिगड़ते जा रहे हैं.
उधर इस हालात पर सफाई देते हुए सदर अस्पताल की उपाधीक्षक डॉ आशा शरण ने कहा कि घरवाले द्वारा यह शव नहीं ले जाने से परेशानी हुई है. अस्पताल प्रशासन ने सभी जरूरी कागज तैयार कर दिए हैं, मगर मरीज के परिजन ही शव को लेकर नहीं गए. दरअसल स्वास्थ्य विभाग के पास बॉडी डिस्पोजल के लिए कोई फंड नहीं रहता है, जिस कारण नियम पूरा करते-करते इतना समय लग गया. जो भी हो, सभी एक दूसरे पर दोषारोपण कर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं. यहां कोई कोरोना की भयावहता को नहीं समझ रहा कि इस तरह कोरोना पॉजिटिव का शव खुले में रखने से कितनी परेशानी हो सकती है.