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BIHAR NEWS: प्रकृति की गोद में छिपा है यह पर्यटन स्थल, लॉकडाउन में हुआ ध्यानाकर्षण, यहां पेड़ के तने से गिरता है झरने का पानी

BIHAR NEWS: प्रकृति की गोद में छिपा है यह पर्यटन स्थल, लॉकडाउन में हुआ ध्यानाकर्षण, यहां पेड़ के तने से गिरता है झरने का पानी

GAYA: बिहार में यूं तो पर्यटन स्थल की कमी नहीं है, मगर सुविधाओं और जानकारी के अभाव में कई स्थलों की लोगों को जानकारी ही नहीं है। कुछ ही स्थल ऐसे हैं, जो लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बने रहते हैं। इसी बीच गया का एक गुमनाम पर्यटन स्थल की खोज हुई है। यहां की खासियत यह है कि यहां पेड़ के तने से झरने का पानी गिरता है। इस जगह का नाम है महेर पहाड़ का झरना। हाल के दिनों में यहां लोगों की खूब भीड़ उमड़ रही है। जानकारी के अभाव में अभी यहां रास्ता नहीं बना है। जिस वजह से जंगल के बीच पगडंडियों के सहारे पैदल ही पहुंचते है लोग। 

गया जिला मुख्यालय से लगभग 35 किलोमीटर दूर स्थित है महेर पहाड़। पहले यह इलाका माओवादी नक्सलियों का गढ़ माना जाता था जिसके कारण लोग इस क्षेत्र में जाने से कतराते थे। अब पहाड़ तक जाने के लिए सड़क बन चुकी है। यहां पर वन विभाग के द्वारा पौधशाला भी स्थापित किया गया है। यहां के चैनपुर गांव के पास से झरना तक जाने का रास्ता है। पहाड़ों के बीच पगडंडियों से होते हुए लगभग एक घण्टे की कठिन चढ़ाई के बाद झरना दिखाई देता है। जिसकी खासियत यह है कि एक पेड़ के तने से यहां पानी गिरता है। जो लोगों के लिए कौतूहल का विषय है। दरअसल पहाड़ से निकलने वाला झरना के बीच वह पेड़ है जिसके तने के बीच में बड़ा सा छेद हो गया है। यहीं से होकर पानी अपना रास्ता बना लिया है। स्थानीय लोग बताते हैं कि यह झरना वर्षों से अनवरत चल रहा है। यहां तक कि गर्मियों के दिनों में भी यह यूं ही चलते रहता है। लेकिन हाल के दिनों में ज्यादा संख्या में यहां लोग आ रहे हैं।

चूंकि पहले लोग इधर आते नहीं थे, इस वजह से इस जगह के बारे में लोगों को जानकारी नही थी। हाल के दिनों में यहां हो रही भीड़ को लोग सोशल मीडिया का प्रभाव भी बता रहे हैं। यहां पर बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है। न तो सुगम रास्ता है और न ही झरना के समीप सर छुपाने की कोई जगह। बरसात या धूप में यहां आने वाले लोगों को घोर कठिनाई का सामना करना पड़ता है। स्थानीय मुखिया कन्हाई पासवान बताते हैं कि उनके स्तर से यहां पर यात्री शेड निर्माण के लिए प्रयास किया जा रहा है। विशेष सुविधाओं के लिए स्थानीय विधायक से सम्पर्क किया गया है।

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