AURANGABAD: कुटुंबा प्रखंड के भरौंधा पंचायत के मनसार गांव में विकास का इंतजार करते करते लोगों की आंखे पथरा गई। यहां लगातार ग्रामीणों को केवल आश्वासन दिया जा रह है, मगर जो मूलभूत सुविधाएं मिलनी चाहिए, वह आजतक नहीं मिली।
भरौंधा पंचायत के मनसार गांव में ग्रामीणों के बीच जल जमाव को लेकर काफी आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि नाली नहीं होने के कारण सड़क पर पानी भर जाता है। इतने वक्त बीत जाने के बाद भी यहां के लोगों को पक्की नाली तक नसीब नहीं हुई है। नतीजा यह है कि सालों भर पानी सड़कों पर जमा रहता है। बारिश में तो हालात नारकीय हो जाते हैं। पानी के बीच रास्ता पार करने से बच्चे कई बार गिर जाते हैं। इसके अलावा अन्य लोगों को भी आने-जाने में भी तकलीफें होती हैं। ग्रामीणों ने कई दफा इसकी शिकायत मुखिया से भी की है, हालांकि मुखिया जी सिर्फ आश्वासन ही दे रहे हैं। आश्वासन का कोई सकारात्नक नतीजा अबतक निकला नहीं है।
इस बात को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा मुखिया जी पर भी है। उनका कहना है कि चुनाव पर चुनाव बीतते जा रहा है। इतने सालों में अबतक मुखिया जी केवल कोरे वादे करते आए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अभी बरसात भी नहीं आई है, इससे पहले ही सड़क तालाब में तब्दील हो गयी है। इससे साफ समझा जा सकता है कि मनसार गांव विकास से कोसों दूर है। ऐसे में स्वच्छ भारत कैसे बनेगा। सड़क के अलावा यहां इलाज के लिए ढंग का अस्पताल भी नहीं है। गांव के किसी व्यक्ति की अगर तबीयत ज्यादा खराब हो जाती है, तो उसका इलाज कराने के लिए कई किलोमीटर दूर दूसरे अस्पताल तक ले जाना पड़ता है। ऐसे में सवाल बस इतना सा है कि गांव में लोगों को मूलभूत सुविधाएं कबतक नसीब होंगी।