PATNA : बिहार की सियासत इन दिनों हिचकोंले खा रही है। इनमें कभी मांझी अपनी पतवार इधर से उधर ले जाते नजर आते हैं। वहीं सन ऑफ मल्लाह अपना जाल समेटते नजर आते हैं। जिससे सरकार की परेशानी बढ़ गई है। सरकार की इस परेशानी का फायदा उठाने में तमाम विपक्षी पार्टियां जुट गई है। जहां राजद कई बार कह चुका है कि जल्द ही बिहार में तेजस्वी यादव अपनी सरकार बनाएंगे, वहीं दूसरी तरफ अब कांग्रेंस बिहार एनडीए के तीन प्रमुख घटक दलों जदयू, हम और वीआईपी की तरफ सियासी चारा फेंक दिया है।
हाल के दिनों में बिहार सरकार के प्रमुख घटक दल जदयू और बीजेपी के नेताओं के बीच चल रहे जुबानी जंग पर तंज कसते हुए कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजीत शर्मा ने कहा कि, जदयू बीजेपी के दबाव में काम कर रही है जिसके कारण बिहार का विकास कार्य प्रभावित हो रहा है। इस दौरान कांग्रेस विधायक ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, सहित बिहार सरकार के घटक दल हम पार्टी के नेता जीतन राम मांझी और वीआईपी पार्टी के नेता मुकेश सहनी को लगे हाथ महागठबंधन में शामिल होने और नई सरकार बनाकर बिहार को विकस के पथ पर ले जाने का निमंत्रण भी दे डाला
कांग्रेस नेता ने कहा कि पहले नीतीश कुमार की सरकार को सुशासन का सरकार बताया जाता था लेकिन हाल के दिनों में बीजेपी के दबाव में मुख्यमंत्री काम नहीं कर पा रहे हैं, और कोरोना संक्रमण के दौरान जहां स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल है, वहीं अपराध चरम सीमा पर है। उन्होने कहा कि इस मामले में हमारी आलाकमान से बात हुई है। जहां से कहा गया है कि वह सबके साथ बिहार में महागठबंधन की सरकार बनाएं। अब समय आ गया है कि बिहार के विकास के लिए नीतीश कुमार, मांझी जी और मुकेश सहनी जी महागठबंधन के साथ मिलकर सरकार बनाएं।
बता दें कि इससे पहले कांग्रेस विधायक दल के नेता ने बिहार बीजेपी से निलंबित एमएलसी टुन्ना पांडेय को भी कांग्रेस में शामिल होने का ऑफर दे चुके हैं। अब भागलपुर विधायक ने सीधे बिहार के सीएम को ही कांग्रेस के साथ आने का ऑफर दे दिया है।