बिहार के IAS संजीव हंस ने हासिल की बड़ी उपलब्धि, देश के बदलाव के टॉप 23 नायकों की सूची में हुए शामिल, पानी और बिजली क्षेत्र में लाया परिवर्तन बनी मिसाल

पटना. देश में नौकरशाही द्वारा जन बदलाव को सशक्त करने वाले भारत के 23 नौकरशाहों को टॉप 23 चेंजमेकर ऑफ़ 2023 में शामिल किया गया है. आईएएस, आईपीएस, आईआरटीएस, आईएफएस से जुड़े देश के कुल 23 अधिकारियों को इस सूची में शमिल किया गया है. इसमें बिहार से जुड़े आईएएस संजीव हंस भी शामिल हैं. संजीव हंस के नेतृत्व में गंगा जल आपूर्ति योजना और ऊर्जा विभाग से जुड़े कार्यों में बिहार में परिवर्तनकारी काम हुआ है. उनके सराहनीय कार्यों को इंगित करते हुए उन्हें वर्ष 2023 में देश के उन 23 नौकरशाहों में शामिल किया गया है जिनकी सेवाओं से बड़े बदलाव संभव हुए हैं.
दरअसल, संजीव हंस बिहार सरकार के ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव हैं. साथ ही बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड के सीएमडी हैं. 1997 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी संजीव हंस ने बिहार में परिवर्तनकारी सुधारों के माध्यम से एक स्थायी प्रभाव डाला है। विशेष रूप से, जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव के रूप में, उन्होंने दक्षिणी बिहार के तीन जिलों में बाढ़ के पानी को पीने योग्य पानी के रूप में लाने वाली एक अभूतपूर्व जल लिफ्ट परियोजना, गंगा जल आपूर्ति योजना को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
रिकॉर्ड लाभ हासिल कराया : वहीं, बिहार सरकार के ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव की भूमिका में संजीव हंस ने परिवर्तनकारी काम किया है. हंस ने समाधान और समृद्धि जैसी अभिनव पहल के साथ एक अमिट छाप छोड़ी। बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड (बीएसपीएचसीएल) के सीएमडी के रूप में, उन्होंने वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान 214.66 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड लाभ अर्जित करते हुए उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल कीं। हंस के नागरिक-केंद्रित दृष्टिकोण ने बीएसपीएचसीएल को एक सुलभ संगठन में बदल दिया, जो 24 घंटे के भीतर शिकायतों को संबोधित करने की प्रतिबद्धता के साथ सूचना प्रसार और शिकायत समाधान के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करता है।
बिहार बना देश में मॉडल : उनके नेतृत्व में, बिहार ने 12 लाख से अधिक स्मार्ट प्रीपेड मीटर स्थापना में अग्रणी स्थान हासिल किया, जिसे मुख्य सचिवों के दूसरे राष्ट्रीय सम्मेलन में मान्यता मिली। क्रेच और सैनिटरी वेंडिंग मशीनों सहित कर्मचारी कल्याण पहल, उनकी भलाई के प्रति उनके समर्पण को रेखांकित करती है। नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा प्रशंसित बिहार में लोगों के मकानों के छत पर सौर ऊर्जा स्थापना करने का अन्य राज्यों के लिए एक मॉडल के रूप में कार्य कर रही है।
बिजली चोरी रोकने में सफलता : आधुनिक तकनीकों को अपनाते हुए संजीव हंस ने बिजली चोरी से निपटने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग कराना शुरू कराया है। राजस्व निगरानी सेल और चोरी से संबंधित शिकायतों की निगरानी के लिए एक विशेष कार्य बल जैसी पहल राजस्व प्रबंधन के प्रति उनके रणनीतिक दृष्टिकोण को दर्शाती है। समीक्षा ऐप और रेड एवं एफआईआर प्रबंधन प्रणाली सहित डिजिटल परिवर्तन, पारदर्शी शासन और उपभोक्ताओं के जीवन को आसान बनाने में योगदान करते हैं। हंस के व्यापक और दूरदर्शी दृष्टिकोण ने न केवल महत्वपूर्ण वित्तीय सफलता हासिल की है, बल्कि बिहार में जल संसाधनों और बिजली वितरण में प्रणालियों और सेवाओं में समग्र सुधार भी किया है। उनके इन्हीं प्रयासों के लिए संजीव हंस को टॉप 23 चेंजमेकर ऑफ़ 2023 में शामिल किया गया है.