पटना. उत्तरकाशी के टनल में 17 दिनों तक फंसे रहने वाले बिहार मूल के मजदूरों की शुक्रवार को बिहार वापसी हुई. पटना हवाई अड्डे पर उनके स्वागत के लिए राज्य के श्रम संसाधन मंत्री सुरेन्द्र राम मौजूद रहे. सभी श्रमिकों का फूल-माला से जोरदार स्वागत किया गया. उत्तराखंड में टनल से रेस्क्यू किए गए बिहार के पांच मजदूरों को पटना लाया गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर सभी मजदूरों को बिहार सरकार अपने स्तर पर पटना लाई और यहां से विशेष वाहनों से उन्हें अलग अलग जिलों में भेजा गया.
सुरंग में दीपावली की सुबह कुल 41 मजदूर फंसे थे. बाद में लम्बे संघर्ष के बाद सभी को 17 दिनों के बाद बाहर निकाला गया. वहीं करीब 48 घंटों तक अस्पताल में चिकित्सकों की देखरेख में रखने के बाद सभी मजदूर अब अपने अपने राज्यों को रवाना किए गए हैं. उसमें पटना लौटे 5 मजदूरों का स्वागत करने के लिए उनके परिजन और बिहार सरकार के कई अधिकारी भी मौजूद रहे. इस दौरान मजदूरों ने सुरंग में रहने के दौरान की आपबीती भी सुनाई.
मजदूरों ने बताया कि वे कैसे 17 दिनों तक सुरंग में अपना जीवन बिताये. उन्होंने कहा कि पहले 24 घंटे उन्हें परेशानी झेलनी पड़ी. बाद में सभी को अलग अलग प्रकार की सुविधाएं मिलने लगी तो उन्हें उम्मीद जगी कि जल्द ही वे सुरंग से बाहर आ जाएंगे. मजदूरों ने कहा कि इस दौरान उन्हें खाना, कपड़ा और अन्य प्रकार की चीजें आती रही जिससे सुरंग की विषम परिस्थति में 17 दिन बिताना आसान हुआ.