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बिना परीक्षा अगली कक्षा में प्रोन्नत किए जाएंगे प्राथमिक स्कूलों के छात्र, सरकार कर रही है विचार

बिना परीक्षा अगली कक्षा में प्रोन्नत किए जाएंगे प्राथमिक स्कूलों के छात्र, सरकार कर रही है विचार

पटना। बिहार में प्राइमरी स्कूलों में पढ़नेवाले 1.66 करोड़ बच्चे इस साल भी बिना परीक्षा ही अगली कक्षा में प्रोन्नत किए जा सकते हैं, जिसके लिए सरकार विचार कर रही है और जल्द ही इस पर अपना फैसला ले सकती है। मामले में शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव और शिक्षा मंत्री ने भी इस बात का इशारा दिया है। बता दें पिछले साल भी कोरोना के कारण बच्चों की परीक्षाएं नहीं हो सकी थी, बिना परीक्षा ही छात्रों को अगले कक्षा में प्रोन्नत कर दिया गया था। 

कुछ दिन पहले खुले स्कूल, अब सीधे परीक्षा लेना सही सही नहीं

शिक्षा विभाग की तरफ से बताया गया कि कि 14 मार्च 2020 से बंद माध्यमिक-उच्च माध्यमिक विद्यालय (9वीं से ऊपर) करीब साढ़े 9 महीने बाद 4 जनवरी 2021 से खोले जा सके हैं। जबकि मध्य विद्यालय (कक्षा 6 से 8) साढ़े दस माह बाद इसी माह 8 फरवरी से खुले हैं। राज्यभर के प्राथमिक स्कूल (कक्षा 1 से पांच) अब भी बंद हैं। ऐसे में उनकी पूरी पढ़ाई भी नहीं हो सकी है और अब सीधे उन्हे परीक्षा के लिए तैयार करना सही नहीं है। प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों को तो प्रोन्नत करना तय है। मध्य विद्यालय के बच्चों की भी परीक्षा लेने से बड़ी समस्या सिलेबस पूरी कराने की आएगी। हालांकि विभाग कक्षा 6 से आठ तक की वार्षिक परीक्षा लेने के विकल्पों पर विचार कर रहा है। वहीं नौवीं और 11वीं की परीक्षा निश्चित तौर पर ली जाएगी। 

पिछले साल भी किए गए थे प्रोन्नत

गौरतलब हो कि कोरोना संकट की वजह से शैक्षिक सत्र 2019-20 में भी वार्षिक परीक्षा नहीं ली जा सकी थी और तत्कालीन अपर मुख्य सचिव आरके महाजन ने दसवीं को छोड़कर पहली से ग्यारहवीं तक के बच्चों को अगली कक्षा में प्रोन्नत करने का निर्देश दिया था। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार ने 13 मार्च 2020 को ही राज्य के सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का आदेश दे दिया था। 8 अप्रैल के अपर मुख्य सचिव के आदेश से बच्चे अगली कक्षा में प्रोन्नत तो हो गए लेकिन उनकी पढ़ाई आरंभ नहीं हो सकी। कई महीने बाद किताबें पाठ्य पुस्तक निगम की साइट पर अपलोड की जा सकीं। अलबत्ता दूरदर्शन पर कक्षाएं चलाकर शिक्षा विभाग और बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने बच्चों को शिक्षण से जोड़े रखने की कोशिश जरूर की।


 


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