भाजपा नेता ने बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर पर लगाया करोड़ों के घपले का आरोप

PATNA : अब भाजपा के एक नेता ने अपनी ही सरकार के एक चर्चित अफसर के खिलाफ जोरदार
मोर्चा खोल दिया है। नीतीश कुमार के पसंदीदा माने जाने वाले इस अफसर पर भाजपा नेता
ने घोटाला का गंभीर आरोप लगाया है।
भाजपा के एमएलसी नवल किशोर यादव ने बुधवार को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के
अध्यक्ष आनंद किशोर पर 1 हजार करोड़ रुपये के घोटला का आरोप लगाया है।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर विवादों के दलदल में धंसते
नजर आ रहे हैं। एक विवाद खत्म होता नहीं कि दूसरा सिर उठाकर खड़ा हो जाता है।
मैट्रिक की 42 हजार कॉपियों के गायब होने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि
भाजपा नेता ने उन पर घोटला का आरोप मढ़ दिया।
इतना ही नहीं पटना पुलिस भी आनंद किशोर के रवैये से नाराज है। गोपालगंज के
प्राचार्य प्रमोद कुमार की गिरफ्तारी के तरीके पर पटना पुलिस ने आपत्ति जतायी है।
पुलिस का आरोप है आनंद किशोर ने उनके मामले में हस्तक्षेप करने की कोशिश की।
भाजपा एमएलसी नवल किशोर यादव ने बुधवार को कहा कि मैंने सरकार से मांग की है
आनंद किशोर को पद से हटा कर उनके कार्यकाल की सीबीआइ जांच करायी जाए। उन्होंने कहा
कि पिछली बार फॉर्म भरने के समय छात्रों से वसुधा केन्द्र के नाम पर 40-40 रुपये
लिये गये थे। लेकिन वसुधा केन्द्र ने काम नहीं किया। जब काम ही नहीं हुआ तो
छात्रों से बेवजह पैसा लिया गया। छात्रों के तादाद के हिसाब से अगर 40 रुपये का
हिसाब निकाला जाए तो कुल रकम 40-50 करोड़ के बीच बैठती है। इन रुपयों का बोर्ड ने
क्या किया ?
बोर्ड कोई व्यवसायिक केन्द्र नहीं है। यह छात्रों की परीक्षा और रिजल्ट देने
की संस्था है। फिर इस तरह का काम क्यों किया गया।
नवल किशोर यादव ने कहा कि बिहार
विद्यालय परीक्षा समिति ने रिजल्ट तैयार करने के लिए जिस कंपनी को हायर किया है वो
तीन चार कंपनियों के बीच दागी है। इसके बाद भी उसे काम दिया गया।
जब से आनंद किशोर को बिहार बोर्ड की कमान सौंपी गयी है तब से हर साल कोई न कोई
गड़बड़ी सुर्खियों में आ ही जाती है। विवादित लालकेश्वर प्रसाद सिंह को हटाने के
बाद जब आनंद किशोर को इस पद पर लाया तो माना जा रहा था कि हालात काबू में आ
जाएंगे। लेकिन ऐसा होता दिख नहीं रहा।