पटना. बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति दयनीय होने के भाजपा के आरोपों पर जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने शनिवार को पलटवार किया. उन्होंने कहा कि बिहार में अगर किसी की हत्या होती है तो हत्यारों को पकड़ा जा रहा है. कानून व्यवस्था की बिगड़ी स्थिति क्या होती है यह मणिपुर को देखकर समझिये जहाँ 3 मई से हिंसा का दौड़ जारी है. उन्होंने कहा कि मणिपुर में हिंसा प्रभावित लोगों से मिलने इंडिया का प्रतिनिधिमंडल गया था. मणिपुर में दोनों समुदाय के राहत शिविरों में लोगों से मिलने पर पता चला कि किसी को भी डबल इंजन (केंद्र और मणिपुर की भाजपा सरकार) सरकार पर भरोसा नहीं है. अभी भी वहां हिंसा का दौर जारी है. कानून व्यवस्था का बिगड़ना इसे कहते हैं.
दरअसल, बिहार के अररिया में एक पत्रकार विमल यादव की हत्या होने के बाद भाजपा ने नीतीश सरकार को घेरा है. भाजपा ने कहा है कि बिहार में थानाध्यक्ष और पत्रकार तक मारे जा रहे हैं. यह बिहार में जंगलराज नहीं गुंडाराज का सबूत है. राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है. भाजपा ने इसे लेकर नीतीश कुमार को घेरा है.
हालांकि भाजपा के आरोपों पर पलटवार करते हुए ललन सिंह ने इसे सिर से नकारा है. उन्होंने भाजपा को नसीहत दी कि बिहार पर टिप्पणी करने के बदल कानून-व्यवस्था की दुर्गति क्या होती है यह मणिपुर में देखे जहाँ 3 मई से हिंसा से पूरा राज्य जल रहा है.
न केवल ललन सिंह बल्कि बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि बिहार में लॉ एन्ड ऑर्डर की स्थिति ठीक है। भले ही अपराधियों ने पत्रकार एवं पुलिस की हत्या हुई है लेकिन उसके बाद से पुलिस अपना काम कर रही है और जल्द ही अपराधी सलाखों के पीछे होंगे।