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डिस्कॉम कंपनियों की समीक्षा बैठक में बीपीएचसीएल के सीएमडी संजीव हंस ने दिए निर्देश, कहा फिल्ड में अपनी भूमिका बढ़ायें कार्यपालक अभियंता

डिस्कॉम कंपनियों की समीक्षा बैठक में बीपीएचसीएल के सीएमडी संजीव हंस ने दिए निर्देश, कहा फिल्ड में अपनी भूमिका बढ़ायें कार्यपालक अभियंता

PATNA : विद्युत भवन के सभागार में बिहार पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक संजीव हंस की अध्यक्षता में दोनों डिस्कॉम कंपनियों की स्पेशल टास्क फोर्स और एनर्जी एकाउंटिंग की समीक्षा बैठक हुई। बैठक में गैर तकनीकी नुकसान और एसटीएफ प्रभाव, एफआईआर का विश्लेषण, आरएफएमएस पोर्टल की समालोचना सहित अन्य कई मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की गई। इसके साथ ही व्यवहार कुशल संगठित विधि सम्मत निर्णयात्मकता (बोल्ड) प्रशिक्षण कार्यक्रम के पश्चात राज्य के विभिन्न सर्किल में बेहतर प्रदर्शन करने वाले 17 अभियंताओं को संजीव हंस द्वारा प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किया गया।

इस समीक्षा बैठक में साउथ बिहार पावर डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक महेंद्र कुमार, नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डॉ. आदित्य प्रकाश, और ऊर्जा विभाग की ओएसडी अमृता बैंस भी मौजूद थीं। कार्यक्रम का संचालन सलाहकार ऊर्जा लेखांकन एवं अंकेक्षण, बीएसपीएचसीएल प्रकाशनाथ मिश्रा ने किया। वरिष्ठ प्रबंधक रेवेन्यू नीतीश चंद्रा ने सिलसिलेवार रूप से प्रशिक्षण और प्रशिक्षण के पश्चात किये गए कार्यों की विस्तृत जानकारी दी।

बैठक के दौरान बिहार पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक संजीव हंस ने हिदायत देते हुए कहा कि फिल्ड में छापेमारी के लिए सहायक अभियंता और कनीय अभियंता तो जाते ही हैं लेकिन कार्यपालक अभियंताओं का भी जाना जरूरी है। फिल्ड में उन्हें अपनी टीम का नेतृत्व करना चाहिए। इससे उपभोक्ताओं के बीच में अच्छा प्रभाव पड़ेगा। बिजली चोरी की घटनाओं में कमी आएगी। कार्यपालक अभियंताओं को खुद फिल्ड में जाकर अपनी टीम का नेतृत्व करने की पहल करनी चाहिए। उन्होंने रेवेन्यू में वृद्धि के लिए एनर्जी अकाउंटिंग स्ट्रेंथ को भी बढ़ाने पर जोर दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य के दूर-दराज के क्षेत्रों में रिमोट मीटर को टैंपर करने की घटनाएं भी सामने आयी हैं। इनका कैसे पता लगाया जाये, इस पर भी व्यवस्थित तरीके से काम करने की जरूरत है, ताकि दूर-दराज के इलाकों में बिजली चोरी की घटनाओं को नियंत्रित किया जा सके। वर्ष 2024-25 की कार्ययोजना के तहत 5000 आऊटसोर्स कनीय विद्युतकर्मी का विशेष प्रशिक्षण 93 डिवीजन (प्रमंडल) एवं 20 केंद्रों पर कराने का निर्णय लिया गया है। बोल्ड ट्रेनिंग की पूरी टीम को भी प्रशस्तिपत्र से सम्मानित किया गया। 

संजीव हंस ने आगे कहा कि राज्य सरकार चौथे कृषि रोड मैप में कृषि पर खास जोर दे रही है ताकि किसानों की स्थिति को निरंतर सुदृढ़ किया जा सके। ऐसी स्थिति में किसानों तक कृषि कार्य के लिए निरंतर बिजली उपलब्ध कराने की हमारी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। अब तक 3.70 लाख किसानों को नि:शुल्क बिजली कनेक्शन दिया जा चुका है। कृषि कार्य के लिए किसानों को लक्षित करके बिजली उपलब्ध कराने की योजनाओं पर हमें निरंतर कार्य करना होगा। हमारा लक्ष्य सौर ऊर्जा प्लांट लगाकर 800 मेगावाट बिजली उत्पादन करने का है। इसके लिए किसानों के बीच जाना होगा और उन्हें समझाना होगा कि अपनी जमीन पर वे कैसे सोलर प्लांट लगाने की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं। सोलर प्लांट के संबंध में किसानों तक सही जानकारी पहुंचाने के लिए ब्रेडा में एक हेल्प डेस्क का भी गठन किया जाएगा। हमारी यह कोशिश होगी कि किसानों के लिए बिजली की जितनी मांग है उसकी आपूर्ति सोलर प्लांट से की जाए।

संजीव हंस ने इस अवसर पर बोल्ड शिक्षण फिल्म लोकार्पण किया और बैठक के दौरान बोल्ड पर आधारित एक लघु वृत्तचित्र का भी प्रदर्शन किया गया। इस लघु वृत्तचित्र में दिखाया गया कि कैसे बोल्ड प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत राज्यभर में 1462 अभियंताओं को प्रशिक्षित किया गया और कैसे इसका सकारात्मक असर रेवेन्यू कलेक्शन पर पड़ रहा है। बैठक के दौरान उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार के विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर कार्य करने वाले अधीक्षण अभियंताओं  एवं अन्य अधिकारियों को भी प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।

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