BREAKING NEWS : 30 अक्टूबर को होगा बिहार विधानसभा के दो सीटों पर उपचुनाव, एक अक्टूबर से नामांकन, चुनाव आयोग ने की घोषणा

NEW DELHI/PATNA : बिहार में दो विधायकों के निधन से रिक्त हुए विधानसभा सीटों तारापुर और कुशेश्वरस्थान पर उप चुनाव कराने को लेकर चुनाव आयोग ने तारीखों की घोषणा कर दी गई है। बिहार के इन दोनों सीटों पर आगामी 30 अक्टूबर को उपचुनाव कराए जाएंगे। इसके साथ ही चुनाव आयोग ने तीन लोकसभा और देश के अलग अलग राज्यों के रिक्त 30 सीटों पर उपचुनाव की घोषणा की गई है।

गुरुवार से नामांकन होगा शुरू

दरभंगा के कुशेश्वरस्थान और मुंगेर के तारापुर सीट पर उपचुनाव होना है. निर्वाचन आयोग ने शेड्यूल जारी करते हुए बताया की 1 अक्टूबर को नोटिफिकेशन जारी होगा, जिसके साथ ही नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. 8 अक्टूबर नामांकन कराने की आखिरी तारीख होगी, जबकि 13 अक्टूबर तक उम्मीदवार अपने नाम वापस ले सकते हैं. चुनाव आयोग की ओर से जारी शेड्यूल के अनुसार, इन दोनों सीटों के लिए 30 अक्टूबर को वोटिंग होगी, जबकि 2 नवंबर को मतों की गिनती की जाएगी.

बिहार में राजनीतिक हलचल तेज

चुनाव आयोग द्वारा उप चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद अब राजनीतिक पार्टियों में हलचल तेज हो गई है। कुशेश्‍वरस्‍थान (सुरक्षित) और तारापुर विधानसभा सीटें जदयू जीतता आ रहा है। कुशेश्‍वरस्‍थान सीट के अस्तित्‍व में आने के बाद से शशिभूषण हजारी (Shashi Bhushan Hazari) इस सीट पर विजयी होते रहे। पहली बार भाजपा के विधायक बने बाद में वे जदयू में शामिल होकर विधायक चुने जाते रहे।  इधर तारापुर सीट पर डा. मेवालाल चौधरी विधायक बने। लेकिन दोनों के निधन के बाद यह सीट खाली है, ऐसे में जदयू ने दोनों सीटों पर अपनी जीत की दावेदारी पेश कर दी है।

वहीं राजद नेता और बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव ने भी दोनों सीटों पर दावा ठोक दिया है। ऐसे में जदयू के लिए दोनों सीटें बचाने की चुनौती होगी। वहीं राजद इस किले में सेंधमारी का पूरा प्रयास करेगा। पिछले दिनों कार्यकर्ताओं की बैठक में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कुशेश्‍वरस्‍थान और तारापुर सीटों पर राजद के प्रत्‍याशी चुनाव लड़ेंगे। उन्‍होंने यहां से जीत का दावा भी किया।

बता दें कि कुशेश्‍वरस्‍थान पहले सिंघिया विधानसभा सीट का हिस्‍सा था। वहां से कांग्रेस के डा. अशोक कुमार विधायक चुने जाते रहे। परिसीमन के बाद 2010 में अस्तित्‍व में आए कुशेश्‍वरस्‍थान में भी उन्‍होंने भाग्‍य आजमाया। लेकिन उन्‍हें सफलता नहीं मिली। सन 2020 के चुनाव में डा. अशोक कुमार करीब सात हजार मतों से चुनाव हार गए थे।