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BREAKING : नीतीश की सोच अलग, हमारी अलग... जी20 रात्रिभोज बिहार के सीएम के शामिल होने पर कांग्रेस का बड़ा बयान

BREAKING : नीतीश की सोच अलग, हमारी अलग... जी20 रात्रिभोज बिहार के सीएम के शामिल होने पर कांग्रेस का बड़ा बयान

पटना. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अलग सोच के नेता हैं. इसलिए उनकी सोच कांग्रेस से अलग है. यह कहना है बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह का. अखिलेश सिंह ने रविवार को कहा कि जी20 की बैठक में आयोजित राष्ट्रपति के रात्रिभोज में विपक्षी दल के नेता को नहीं बुलाना संविधान के अनुरूप नहीं है. लेकिन केंद्र की मोदी सरकार संविधान के अनुरूप कार्य नहीं कर रही है और संवैधानिक परम्पराओं का पालन नहीं किया जा रहा है. 

अखिलेश सिंह ने कहा कि देश में जब स्व राजीव गांधी की सरकार थी तो देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए विपक्ष के नेता अटल बिहारी वाजपेयी को विदेश भेजा गया था. इसी तरह पीवी नरसिंह राव के समय भी विपक्ष के नेता को भारत का प्रतिनिधित्व करने भेजा गया. लेकिन मोदी सरकार तो  संवैधानिक पद का मान ही नहीं रख रही है. अखिलेश ने कहा कि विपक्ष के नेता का पद एक संवैधानिक पद है. ना कि कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे इस पद पर हैं तो यह कांग्रेस का पद है. विदेशी राष्ट्राध्यक्षों के भारत आने पर विपक्ष के नेता को हमेशा उनसे मिलने के लिए बुलाया जाता रहा है क्योंकि यह एक संवैधानिक पद है. लेकिन, जी20 की बैठक के दौरान ऐसा नहीं हुआ है. 

कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के जी20 रात्रिभोज में नहीं जाने पर अखिलेश ने कहा कि हमारे दल के नेता वहां क्यों जाएं. जब वैधानिक पद का मान ही नहीं रखा गया तो हमारे दल के नेता क्यों जाते. वहीं नीतीश कुमार के रात्रिभोज में जाने पर अखिलेश ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस और नीतीश दो भिन्न दलों के नेता हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की कांग्रेस पार्टी से अलग पार्टी है. उनकी सोच अलग है. हम लोगों की सोच अलग है. 

संसद के विशेष सत्र के आयोजन को लेकर अखिलेश ने कहा कि पीएम मोदी जिस तरह से सत्ता का संचालन कर रहे हैं वह प्रजातंत्र का स्वरूप नहीं हो सकता है. वह संविधान का स्वरूप नहीं है. कभी भी विशेष सत्र  बुलाया जाता था तो बिजनेस एडवाइजरी कमेटी में विरोधी दल के नेताओं के साथ भी बात होती थी. लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. इसलिए यह संविधान के अनुरूप नहीं है. उन्होंने कहा कि छह राज्यों की 7 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में साबित हुआ है कि इंडिया गठबंधन मजबूत हुई है. आने वाले समय में इंडिया और ज्यादा मजबूत होगी. जिस तरह से उपचुनावों में इंडिया के घटक दलों ने शानदार जीत हासिल की है और ज्यादा मजबूती से आगे बढ़ेगी.  


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