पटना. कैदियों के बीमार पड़ने पर उन्हें उपचार के लिए अस्पताल ले जाने में अब कोई परेशानी नहीं होगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को बिहार के उपकारा के लिए 23 एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इन एंबुलेंसों में अत्याधुनिक मशीनें लगाई गई हैं. उपकरा में बंद कैदियों के बीमार पड़ने पर उन्हें उच्चस्तरीय स्वास्थ्य सुविधा दिलाने के साथ-साथ विभिन्न अस्पतालों में ले जाकर उनका इलाज कराने में अब इन एम्बुलेंस से सुविधा होगी.
राज्य सरकार के अनुसार राज्य की काराओं में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सभी जगह एंबुलेसं की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। राज्य की कुल 59 कारा में से 36 में ये सुविधा पहले से उपलब्ध है। शेष 23 काराओं में मंडल कारा छपरा, मंडल कारा मधेपुरा, मंडल कारा बांका, महिला मंडल कारा बक्सर, महिला मंडल कारा भागलपुर, उपकारा बाढ़ (पटना), उपकारा पटनासिटी (पटना), उपकारा दानापुर (पटना), उपकारा मसौढ ़ी (पटना), उपकारा हिलसा (नालंदा), उपकारा विक्रमगंज (राहतास), उपकारा बगहा (प0चंपारण), उपकारा दलसिंहसराय (समस्तीपुर), उपकारा रोसड़ा (समस्तीपुर), उपकारा बेनीपुर (दरभंगा), उपकारा झंझारपुर (मधुबनी), उपकारा बेनीपट्टी (मधुबनी), उपकारा वीरपुर (सुपौल), उपकारा उदाकिशुनगंज (मधेपुरा), उपकारा नवगछिया (भागलपुर), उपकारा दाऊदनगर (औरंगाबाद), उपकारा शेरघाटी (गया) एवं मुक्त कारागार बक्सर के लिए आज एंबुलेंस की रवानगी हरी झंडी दिखाकर की गई। बंदियां को बेहतर इलाज एवं आपातकालीन स्थिति में अस्पतालों में ले जाने के लिए यह एंबुलेंस काफी उपयोगी होगा। इन एंबुलेंसों में ऑक्सीजन सिलेंडर, ब्लड प्रेशर मशीन, पल्स ऑक्सी मीटर, स्ट्रैचर, इमरजेंसी मेडिसीन जैसे विभिन्न जीवन रक्षक चिकित्सीय उपकरणों की सुविधा होगी। साथ ही इसमें पारा मेडिकल स्टाफ भी उपलब्ध होंगे।
बिहार के अलग अलग जिलों में अनुमंडलों में उपकारा हैं. ऐसे 23 उप कारा के लिए एम्बुलेंस सेवा की शुरुआत की गई है. राज्य के उपकारा में बंद बंदियों और कैदियों को कई बार अस्पताल ले जाने में चुनौती आती थी. इसलिए राज्य सरकार ने इन सुविधाओं की शुरुआत की है. इससे अब बंदियों के लिए अस्पताल ले जाना ज्यादा सुलभ हो जाएगा.
23 उपकारा के लिए एम्बुलेंस सेवा की शुरुआत करने से बिहार अब देश के उन राज्यों में शामिल हो गया है जहाँ इस तरह की विशेष सुविधा है. इस अवसर पर सीएम नीतीश कुमार के साथ वित्त मंत्री विजय चौधरी, मंत्री अशोक चौधरी सहित अधिकारी मौजूद रहे.