पटना- बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) ने एक बार फिर पटना लॉ कॉलेज में 300 सीटों पर नामांकन की प्रक्रिया के लिये मंजूरी दे दिया हैं। तीन वर्ष पूर्व शिक्षक और आधारभूत संरचना कमी के कारण सीटों की संख्या घटा दी गई थी। 2021 से पहले 300 सीटों पर नामांकन होता था । सीटों की संख्या बढ़ाने के लिये संस्थान तीन वर्षो से प्रयासरत था । विगत वर्षो में कॉलेज के आधारभूत संरचना में बदलाव होने और शिक्षकों के पदों की स्वीकृति होने के बाद बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने पुन: पटना लॉ कॉलेज में 300 सीटों पर नामांकन की स्वीकृति दे दी हैं। बार काउंसिल ऑफ इंडिया की टीम ने 15 जुलाई को कॉलेज का निरीक्षण किया था। बीसीआई के अधिकारियों ने निरक्षण के दौरान देखा कि विगत तीन सालों में कॉलेज में आधारभूत संरचना में बदलाव देखने के बाद 300 सीटों पर नामांकन की स्वीकृति दे दिया हैं। कॉलेज को कुल पांच सेक्शन में 300 सीटें को विभाजित किया है। प्रत्येक सेक्शन में 60 बच्चे होगें ।
बता दे कि एक दिन पूर्व ही 30 जुलाई को कॉलेज का स्थापना दिवस भी था और पत्र भी देर रात कॉलेज को प्राप्त हुआ है। इस प्रकार से इसे स्थापना दिवस का तोहफे के रूप में कॉलेज को दिया गया है। इससे पटना विश्वविद्यालय और कॉलेज प्रशासन में काफी खुशी है।
पटना लॉ कॉलेज के प्राचार्य प्रो डॉ वाणी भूषण ने इसके लिए बार कौंसिल ऑफ़ इंडिया के चेयरमैन मनन मिश्रा, स्टेट बार काउंसिल के चेयरमैन रमाकांत शर्मा, पीयू के कुलपति प्रोफेसर अजय कुमार सिंह एवं पूर्व कुलपति प्रोफेसर केसी सिन्हा को धन्यवाद किया है। साथ ही बीसीआई के अन्य पदाधिकारियों का भी सहयोग के लिए धन्यवाद दिया है।
बार कौंसिल ऑफ़ इंडिया द्वारा 2021 में सीटों की संख्या 300 से घटा कर 120 कर दिया गया था । जिसके बाद कॉलेज इस मामले को लेकर काफी गंभीर हुआ। इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर करने के प्रयास लगातार किए गये। पिछले 6-7 माह में सभी शिक्षकों को सुविधाओं सहित चैम्बर दिया गया। नए कुर्सी, सोफा, टेबल बनाना एवं खरीदने का काम किया गया। खिड़की, दरवाज़ा एवं गोदरेज का अलमीरा सभी वर्ग कक्ष में पंखों की मरम्मत आदि करायी गयी।
कॉलेज का डायनेमिक वेबसाइट तथा इन्टरनेट सुविधा एवं नए फ़ोन कनेक्शन लिया गया, नई किताबें खरीदी गईं, लाइब्रेरी एंड इ-लाइब्रेरी की सुविधा बहाल की गयी साथ ही आउटसोर्स कर्मचारियों के 11 महीने के वेतन का भुगतान किया गया और उसके बाद लगातार 7 माह से वेतन निरंतर दिया जा रहा है और निरंतर इंफ्रास्ट्रक्चर के कार्य को बढ़ाते हुए दोनों मुख्य द्वार के गेट का निर्माण किया गया एवं नए पानी बोरिंग का निर्माण कराया गया। इससे पूर्व कॉलेज में शिक्षकों के 15 नये पद सैंक्शन कराने के लिए सरकार से प्रयास किया गया। पिछले वर्ष ये पद सैंक्शन भी हो गये हैं।
अब कुल 23 पद कॉलेज में शिक्षकों के हैं। खाली पदों पर गेस्ट फैकल्टी की बहाली के बाद शिक्षकों की कमी भी नहीं रह जायेगी। वहीं बाद में नियमित शिक्षकों की नियुक्ति भी कॉलेज में हो सकेगी। फिलहाल कॉलेज में नौ नियमित और चार गेस्ट फैकल्टी हैं। 10 नये गेस्ट फैकल्टी बहाल होंगे। कॉलेज के प्राचार्य प्रो वाणी भूषण ने बताया कि कॉलेज के द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर पर लगातार काम हो रहा है। पहले भी भवन की मरम्मत, शताब्दी भवन, मूट कोर्ट, सभागार आदि बने हैं। अब आगे 19 करोड़ की लागत से जी+3 भवन में 16 वर्ग कक्ष का निर्माण कराया जाएगा जिसकी प्रशासनिक स्वीकृति मिल गयी है, पूरे कॉलेज परिसर का रेनोवेशन, नए न्यू हॉस्टल का निर्माण, ओल्ड हॉस्टल का रेनोवेशन, नए खेल परिसर का निर्माण सहित सुरक्षा के लिए कॉलेज के बाउंड्री की दीवार का निर्माण के साथ लोहे की वायरिंग सहित लगाने एवं कॉलेज कैंटीन का निर्माण सहित अन्य जरूरी कामों को कराने का काम कॉलेज के द्वारा, विवि एवं राज्य सरकार के द्वारा निर्माण करने का लक्ष्य है।
बता दे कि वर्ष 2021 में कॉलेज में आधारभूत संरचना और शिक्षकों की संख्या नही रहने के कारण बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) ने पटना लॉ कॉलेज में सीटों की संख्या घटा कर 120 कर दिया गया था । लेकिन विगत तीन सालों में कॉलेज काफी कुछ सुधार देखने के बाद पुन: सीटें की संख्या बढ़ाकर 300 कर दिया गया हैं