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लालू यादव को पहली दफे RJD परिवार के 'दामाद' ने ही गिरफ्तार कर भीतर किया था ! सीबीआई-ईडी को लेकर 'तेजप्रताप' के आरोप पर बिफरे केंद्रीय मंत्री, बता दिया इतिहास

लालू यादव को पहली दफे RJD परिवार के 'दामाद' ने ही गिरफ्तार कर भीतर किया था ! सीबीआई-ईडी को लेकर 'तेजप्रताप' के आरोप पर बिफरे केंद्रीय मंत्री, बता दिया इतिहास

PATNA: जमीन के बदले नौकरी मामले में शुक्रवार को दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई हुई. इस दौरान कोर्ट ने केंद्रीय जांच ब्यूरो  की ओर से दाखिल आरोपपत्र का संज्ञान लिया.कोर्ट ने पूर्व रेल मंत्री और राष्ट्रीय जनता दल  के प्रमुख लालू प्रसाद यादव और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत सभी 17 आरोपियों को समन जारी किया है.कोर्ट ने सभी आरोपियों को 4 अक्टूबर को पेश होने के लिए कहा है. इस मामले में राजनीति तेज हो गई है. लालू के बड़े बेटे और सूबे के वन ,पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्री तेजप्रताप ने सीबीआई और ईडी को भाजपा का दमाद बताया.

जस करनी तस भोगाहूँ ताता, नरक जात में क्यों पछताता ? 

भाजपा ने राजद के आरोप का करारा जवाब दिया है. केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने लालू तेजस्वी के सीबीआई के समन पर कहा कि जस करनी तस भोगाहूँ ताता, नरक जात में क्यों पछताता. उन्होंने कहा कि जैसी करनी वैसी भरनी. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार करेंगे तो कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि लैंड फॉर जॉब मामले की जांच स्वतंत्र जांच एजेंसी सीबीआई कर रही है. तेजप्रताप के सीबीआई को भाजपा के दमाद बताने पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने तल्ख लहजे में कहा कि  असली दामाद तो वे हैं जिन्होंने लालू को पहली बार बार जेल भिजवाया. उनके दामाद ने उनको गिरफ्तार कर भीतर किया . चौबे ने हमला करते हुए कहा कि वे भूल गए कि उन्हें पहली बार जेल किसने भेजा था. उस समय दो प्रधानमंत्री को लालू अपने पॉकेट में रखते थे. अश्विनी चौबे ने प्रश्न करते हुए कहा कि उस समय सीबीआई और ईडी ने कार्रवाई क्यों थी.बहरहाल लालू प्रसाद और तेजस्वी को राउज एवेन्यू कोर्ट के समन पर राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. 

बता दें जमीन के बदले नौकरी का मामला 2004 से 2009 का है, उस समय लालू यादव रेल मंत्री थे. आरोप है कि मंत्री रहते हुए उन्होंने रेलवे में नौकरियां देने के नाम पर अपने परिवार के नाम पर जमीन कराई थी. मामले में सीबीआी ने 18 मई को मुकदमा दर्ज किया और 3 जुलाई को दूसरा आरोपपत्र दाखिल कर पहली बार तेजस्वी यादव का नाम शामिल किया.जमीन के बदले नौकरी मामले में शुक्रवार को दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई हुई. इस दौरान कोर्ट ने केंद्रीय जांच ब्यूरो  की ओर से दाखिल आरोपपत्र का संज्ञान लिया.कोर्ट ने पूर्व रेल मंत्री और राष्ट्रीय जनता दल  के प्रमुख लालू प्रसाद यादव और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत सभी 17 आरोपियों को समन जारी किया है.कोर्ट ने सभी आरोपियों को 4 अक्टूबर को पेश होने के लिए कहा है.

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