पीएम विश्वकर्मा योजना पर भाजपा और जदयू में भिड़ंत, गिरिराज ने कहा- चुल्लू भर पानी में डूब मरे बिहार सरकार, नीरज कुमार ने दिखाया आइना

पटना. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने रविवार को कहा कि बिहार सरकार द्वारा पीएम विश्वकर्मा योजना का बहिष्कार करना बेहद दुख की बात है. उन्होंने सोशल मीडिया पर किए एक पोस्ट के माध्यम से बिहार की नीतीश सरकार पर हमला बोला. उन्होंने लिखा है, बिहार सरकार द्वारा पीएम विश्वकर्मा योजना का बहिष्कार कर दिया गया है…यह बहुत दुख की बात है। यह योजना पिछड़ों व गरीबों के लिए बनाई गई योजना है। नीतीश बाबू बिहार के गरीबों व पिछड़ों के नहीं हुए तो देश के कैसे होंगे?…चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए.
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर रविवार को पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरुआत की गई. पीएम मोदी ने इसकी शुरुआत की. इसके बाद जदयू की ओर से केंद्र सरकार पर इसे जुमलेबाजी कहा गया. जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि बिहार सरकार से केंद्र सरकार को इर्ष्या है. लेकिन केंद्र की मोदी सरकार को असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए बिहार सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं से सीखना चाहिए. आज जो पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरुआत हो रही है. उससे ज्यादा बेहतर योजना बिहार सरकार ने वर्ष 2011 में ही सुरु की थी.
नीरज से दावा किया कि केंद्र सरकार द्वारा युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए जो केंद्र शुरू किए गए थे उनमें से अधिकांश 3 साल से बंद हैं. ऐसे में पहले केंद्र को अपनी इन विफलताओं का जवाब देना चाहिए और बिहर से सीखना चाहिए जो असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए कहीं बेहतर योजनाएं शुरू किए है. उन्होंने पीएम विश्वकर्मा योजना को भाजपा नीत केंद्र सरकार द्वारा पीएम मोदी के जन्मदिन पर राजनीतिक मार्केंटिंग करार दिया.
इसी बीच, गिरिराज सिंह ने दावा किया कि बिहार सरकर ने पीएम विश्वकर्मा योजना का बहिष्कार कर दिया है. इसे गरीबों व पिछड़ों के साथ अन्याय बताया. गौरतलब है कि केंद्र ने दावा किया है कि विश्वकर्मा योजना से कारीगरों के पारंपतिक कौशल के अभ्यास को बढ़ावा मिलेगा। यह कारीगरों तक प्रोडक्ट्स और सर्विस को सही से पहुंचाने में मदद करेगी। इस योजना के लाभार्थी को 15,000 रुपये का टूलकिट मिलिगा। इसके अलावा लाभार्थि को स्किल ट्रेनिंग के साथ 500 रुपये प्रति दिन के स्टाइपेंड भी मिलेगा।