GOPALGANJ : जिले के माधोपुर थाना क्षेत्र के पिपरा गांव में जमीन का मापी कराने गयी पुलिस टीम और महिला के बीच नोंकझोंक हुई। इस दौरान एक महिला और एक महिला सिपाही जख्मी हो गई। जिनका इलाज बरौली पीएचसी में कराया गया। जबकि पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठियां भी चटकाई। वही घटना के बाद पुलिस ने तीन महिलाओं को अपने हिरासत में ले लिया है। फिलहाल पुलिस ने आरोप लगाया है कि पुलिस टीम पर आरोपियों ने मिर्च पाउडर से हमला कर दिया गया है। फिलहाल स्थिति को नियंत्रण में बताया जा रहा है जबकि घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल व्याप्त है।
इस संदर्भ में बताया जाता है कि माधोपुर थाना क्षेत्र के पिपरा गांव में दो पक्षों के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। इसी बीच एक पक्ष ने जमीन के मापी के लिये अंचल कार्यालय में आवेदन दिया था। जबकि दूसरा पक्ष मामला कोर्ट में लंबित होने के कारण मापी का विरोध कर रहा था। न्यायालय से फैसला आने के बाद हीं मापी कराने की बात कही गई। इसके पूर्व 13 जुलाई को मापी कराया जाना था। लेकिन एक पक्ष के विरोध तथा पर्याप्त पुलिस बल की कमी के कारण जमीन मापी नहीं हो सकी।
अगली मापी के लिए 27 जुलाई को समय निश्चित किया गया था। लेकिन मामला गरम होने के कारण एसडीओ के आदेश पर सीओ प्रशांत कुमार की देखरेख और दो थानों की पुलिस बल के साथ अंचल अमीन पहुंचे तथा जमीन की मापी की जाने लगे। इस बीच दूसरे पक्ष द्वारा मापी का विरोध किया जाने लगा। जिसके बाद झड़प हो गयी। इस झड़प में पिपरा गांव निवासी रतनझरी देवी और महिला सिपाही आरती कुमारी जख्मी हो गई। जख्मी सिपाही क्यूआरटी टीम में तैनात है।
इस संदर्भ में सदर एसडीओ डॉ प्रदीप कुमार ने बताया कि प्रशासन की स्तर पर कानून के हिसाब से ही कार्रवाई होगी। गलत करने वाले कोई भी हो उनको बख्शा नहीं जायेगा। जबकि इस मामले में एक पक्ष के श्रीकांत महतो तथा दर्शन महतो ने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा गया कि पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारी जमीन की मापी कराने नहीं, बल्कि दूसरे पक्ष के लिए जमीन पर कब्जा कराने गये थे। विपक्षी रसूखदार लोग हैं, उनकी पहुंच उपर तक है जिसके बल पर हमारी जमीन पर कब्जा कर लिया गया है। सीओ द्वारा मापी का आदेश देना न्याय के खिलाफ है, पुलिस पर कोई हमला नहीं किया गया। बल्कि पुलिस ने हीं हम सबको दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। इसी क्रम में महिला सिपाही को चोट लगी है। भला हम चार-पांच आदमी पुलिस से कैसे उलझ सकते हैं।
गोपालगंज से मनान अहमद की रिपोर्ट