बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

महागठबंधन के मंच से 'नीतीश' की सफाई ! हमने 'जार्ज-शरद-मांझी' को नहीं दिया धोखा, भला बताइए तो...

महागठबंधन के मंच से 'नीतीश' की सफाई !  हमने 'जार्ज-शरद-मांझी' को नहीं दिया धोखा, भला बताइए तो...

PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन के मंच से जार्ज फर्नांडिस, शरद यादव और जीतन राम मांझी को लेकर अपनी सफाई दी. पूर्णिया के मंच से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इन तीन नेताओं के बारे में जो राजनीतिक चर्चा है उस पर अपनी बात रखी. दरअसल, नीतीश कुमार के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने जार्ज फर्नांडिस,शरद यादव को राजनीतिक तौर पर धोखा दिया. हाल ही में जेडीयू में रहते हुए उपेन्द्र कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर गंभीर आरोप लगाए थे. वहीं भाजपा भी नीतीश कुमार पर धोखा का आरोप लगाती है.

हम पर धोखा देने का आरोप गलत 

आज पूर्णिया में आयोजित महागठबंधन की रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी बात रखी. उन्होंने इस आरोप पर अपनी सफाई दी. उन्होंने कुशवाहा व अन्य नेताओं का नाम लिए बिना कहा कि मेरे बारे में कह दिया कि जॉर्ज फर्नांडिस को धोखा दिया. भला बताइए तो 1994 में जनता दल से अलग हुए थे. उन्हीं के नेतृत्व में हमलोग अलग हुए थे. हम तो जनता दल में ही जेनरल सेक्रेट्री थे. उन्हीं के साथ हम चले गए .हमको कहा कि हम उनके खिलाफ हैं. अरे हम तो उन्हीं के साथ थे. शरद यादव के भी बारे में कह दिया. शरद यादव भी साथ हो गए. 2003 में पार्टी बन गया तो शुरू में वही अध्यक्ष थे . 2006 के बाद शरद यादव फिर अध्यक्ष बन गए. भला बताइए... कहता है कि जॉर्ज फर्नांडिस, शरद यादव के हम खिलाफ हो गए. क्या हम शरद यादव के खिलाफ हो गए थे.  शरद यादव हमलोगों से खिलाफ तब हो गए थे जब हम इन लोगों (राजद ) को छोड़कर के भाजपा के साथ चले गए थे. वह एकमात्र नेता थे जो खिलाफत किए थे.ये कैसे बोलते हैं, कोई जानकारी नहीं है. फिर कहता है कि जीतन राम मांझी को धोखा दिया भला. बताइए तो हम मांझी जी को मुख्यमंत्री बनाए. भला बताइए... आज भी तो मांझी जी साथ हैं ही. बीच में तो मांझी जी उनके साथ गए थे तो उन्होंने क्या दिया. आपने(BJP) कुछ किया ?  आपके साथ भी थे तो इनको कुछ बनवाए? न केंद्र में बनाए न कुछ बनाए? लेकिन आजकल हम ही को बोल रहा है कि हमने धोखा दिया.

मांझी जी पर लगा हुआ है-नीतीश 

उपेन्द्र कुशवाहा का साथ छोड़ने के बाद मुख्यमंत्री थोड़े असहज हैं. उन्हें लग रहा कि आने वाले दिनों में अन्य नेता भी साथ छोड़ सकते हैं. लिहाजा मंच से ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी चिंता सार्वजनिक कर दी. उन्होंने कहा कि अब मांझी जी पर लगा हुआ है. काहे जायेंगे, हम ही लोग आगे बढ़वा देंगे. इस तरह से नीतीश कुमार ने अपरोक्ष तौर पर प्रलोभन दिया और कहा कि आपको महागठबंधन छोड़कर जाने की जरूरत नहीं. 

अमित शाह पर नीतीश का हमला 

पूर्णिया की जनसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पीएम मोदी और अमित शाह पर हमला बोला. कहा कि देश में दो नेता हैं. एक प्रधानमंत्री हैं और एक गृह मंत्री.आज फिर गृह मंत्री आकर भाषण दे रहे थे. बताइए जरा इनको कितना अनुभव है. देश की आजादी के बारे में क्या जानते हैं ? आप अपनी पार्टी के नेताओं को भी नहीं जानते हैं.  जिन लोगों ने काम किया उनको भूल गे। हम उनके (अटल-आडवाणी) साथ थे. उन्होंने जितना काम किया उसकी चर्चा नहीं करते हैं. यह लोग कोई काम नहीं करते हैं, सिर्फ कब्जा किए रहते हैं. मीडिया पर कब्जा कर लिया गया है. हम लोगों का एक-आध बार छप जाता है, बाकी सब उन्हीं का छपते रहता है. देश हित में कोई काम नहीं कर रहे हैं. लेकिन यहां आकर कुछ न कुछ बोलते हैं. यहां आकर क्या बोल दिए ? बिहार के विकास का उन्होंने कोई काम किया है ? 2015 विस चुनाव से पहले इन लोगों ने जो घोषणा किया था उसका क्या हुआ ? तब कहा था कि बिहार की मदद करेंगे. मदद करने का ऐलान किया था, आज तक नहीं हुआ मदद.कोई मदद नहीं कर रहे हैं. केंद्र की जो योजना है वही मदद के रूप में दिखा रहे हैं. ये लोग 125000 करोड़ों रुपए की मदद का ऐलान किया था. 8 साल में मात्र 59 हजार करोड़ रुपया मिला है. ये लोग खाली बोलते रहते हैं.  अमित शाह इसके पहले पूर्णिया आए थे. तब कहा था कि एयरपोर्ट बना दिए. लेकिन यहां नहीं बना.  हम लोगों ने सारी बातों को बताया, जितना जमीन देने के लिए कहा सब देने के लिए तैयार हैं. लेकिन शुरू क्यों नहीं कर रहे हैं. यहां आकर तो कह दिए थे कि सब चालू हो गया, क्या चालू हो गया है ? यहां एयरपोर्ट तो चालू ही नहीं हुआ .कितना गलत बात है, सिर्फ बोलना है करना कुछ नहीं है. 

नौकरी मांगना गलत है  

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शिक्षक अभ्यर्थिय़ों पर भड़क गए। भाषण के दौरान बेरोजगार नौकरी मांग को लेकर आवाज उठा रहे थे। इसी दौरान नीतीश कुमार की नजर उन पर पड़ी. बस क्या था....अपने पीएस से पूछा...कौन है ये सब ? जब उन्हें बताया गया कि ये लोग शिक्षक अभ्यर्थी हैं. बस क्या था... मुख्य़मंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आप शिक्षक हो...यह वाला बात मत बोलो यहां पर. काहे के लिए आए हो यहां पर ? आपको मालूम है कितने शिक्षकों की बहाली हुई और कितने की बहाली करने वाले हैं .कौन आप लोगों को गलत चीज बता रहा है? बड़ी संख्या में शिक्षकों की बहाली होगी, चिंता मत करो. आज जिसको जितना हम वेतन दे रहे हैं उससे भी ज्यादा बढ़ाने वाले हैं. इसलिए चिंता मत करो. हम बात कर रहे हैं सुनोगे नहीं . कुछ लोग समझा देता है कि बोलते रहो तो बोलते हो. यह गलत बात है पता ही नहीं है तुम लोगों को, इसलिए यह शब्द मत बोलो.

Suggested News