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कोरोना संकट की वजह से CM नीतीश का यह सपना रह गया अधूरा,खुद मुख्यमंत्री ने किया खुलासा....

कोरोना संकट की वजह से CM नीतीश का यह सपना रह गया अधूरा,खुद मुख्यमंत्री ने किया खुलासा....

पटनाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के 22. 68 करोड़ की लागत से कुल 05 ईको पर्यटन की योजनाओं तथा 30.52 करोड़ की लागत से पटना विश्वविद्यालय ,लॉ कॉलेज घाट पर राष्ट्रीय डॉल्फिन शोध संस्थान का शिलान्यास किया. पथ निर्माण विभाग के 4733 करोड़ की लागत से कार्यान्वित 200 योजनाओं का भी सीएम नीतीश ने शिलान्यास किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने हरित कृषि संयंत्र योजना का भी शुभारंभ किया। सीएम नीतीश ने स्वास्थ्य विभाग अन्तर्गत 2811.47 करोड़ रु. की 77 परियोजना का शिलान्यास एवं उद्घाटन किया।  

सीएम नीतीश की इच्छा नहीं हुई पूरी

सीएम नीतीश ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उद्घाटन-शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि एक इच्छा अधूरी रह गई। कोरोना की वजह से हमारी इच्छा पूरी नहीं हो सकी। हमारी इच्छा थी कि बिहार कैबिनेट की बैठक वाल्मीकि नगर जंगल में की जाये। इसको लेकर तैयारी भी हो गई थी। 2020 बजट सत्र के बाद कैबिनेट की बैठक वाल्मीकि नगर में करने वाले थे। लेकिन इसी बीच लॉक डाउन हो गया।इस वजह से सारा काम गड़बड़ा गया। सीएम नीतीश ने कहा कि कोरोना की वजह से तो अभी सारा काम वीसी के माध्यम से हो रहा है।हमारे कई मंत्री जी कोरोना  से संक्रमित हो गए थे।

सीएम नीतीश कुमार आज सरकारी कार्यक्रमों के उद्घाटन-शिलान्याास कार्यक्रम में जल संसाधन विभाग और पर्यटन विभाग की कमियों को सार्वजनिक कर दिया। दरअसल VC के माध्यम से आयोजित कार्यक्रम में जल संसाधन विभाग की तरफ से बोधगया का डॉक्यूमेंट्री दिखाई जा रही थी।उस डॉक्यूमेंट्री में भगवान बुद्ध की प्रतिमा पर सीएम नीतीश ने आपत्ति जता दी।इसके साथ ही पर्यटन विभाग के एक विज्ञापन भी सवाल खड़े कर दिये।

पता नहीं कौन बनाते हैं इस तरह का वृत चित्र

सीएम नीतीश ने अपने संबोधन में कहा कि पता नहीं जल संसाधन विभाग का वृत चित्र कौन लोग बनाते हैं,जिनको भगवान बुद्ध के बारे में जानकारी नहीं है।सीएम नीतीश ने कहा कि दिखाना है तो बोधि मंदिर के बगल वाली भगवान बुद्ध की प्रतिमा दिखानी चाहिए। सीएम नीतीश ने सवाल पूछा कि बोधगया की पहचान क्या है? फिर उत्तर देते हुए कहा कि बोधगया की पहचान बोधि मंदिर और बोधि वृक्ष है लेकिन उसे दिखाया हीं नही जा रहा।उस जगह पर बाहल में बनी भगवान बुद्ध की प्रतिमा को दिखाया जा रहा है।

पर्यटन विभाग के विज्ञापन पर भी उठाये सवाल

सीएम नीतीश ने पर्यटन विभाग को भी लपेटे में ले लिया।सीएम नीतीश ने कहा कि पर्यटन विभाग की तरफ से भी जो विज्ञापन जारी किए गए हैं उसमें भगवान बुद्ध को लेकर कई तरह की गलती है।इस तरह की गलती नहीं होनी चाहिए।  

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