पटना से पूर्णिया अब चंद घंटों की दूरी पर! बिहार को मिली 6 नई सड़कों की सौगात, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से जुड़ेगा पटना-पूर्णिया कॉरिडोर
Bihar Road Projects: बिहार की छह महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा सैद्धांतिक मंजूरी दे दी गई है।

Bihar Road Projects: देश की विकास गाथा में एक और स्वर्णिम अध्याय जोड़ते हुए केन्द्र सरकार ने बिहार को सड़कों के माध्यम से समृद्धि की ओर अग्रसर करने की पहल तेज कर दी है। बिहार की छह महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा सैद्धांतिक मंजूरी दे दी गई है। इसमें सबसे प्रमुख है पटना से पूर्णिया तक प्रस्तावित छह लेन एक्सप्रेस-वे, जिसे अब पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा। इससे उत्तर बिहार का पूर्वी और पश्चिमी छोर एक सशक्त सड़क तंत्र से जुड़ जाएगा, जो आर्थिक, सामाजिक और औद्योगिक गति को नया आयाम देगा।
सोमवार को राज्य के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा की अध्यक्षता में एनएचएआई प्रमुख संतोष कुमार यादव के साथ हुई महत्वपूर्ण बैठक में इन परियोजनाओं की रूपरेखा तय की गई। मुख्य सचिव ने मांग की कि पटना-पूर्णिया एक्सप्रेस-वे की निविदा प्रक्रिया शीघ्र शुरू हो, जिसे प्राधिकरण ने स्वीकार कर लिया है। यह परियोजना जुलाई में वित्तीय मंजूरी (पीपीपीएसी) के बाद टेंडर की दिशा में अग्रसर होगी।
इस एक्सप्रेसवे का विस्तार दीघवारा होते हुए सराय तक होगा, जहां गंडक नदी पर एक भव्य पुल का निर्माण प्रस्तावित है। यह विस्तार न केवल स्थानीय संपर्क को मजबूत करेगा, बल्कि इसे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से जोड़कर दिल्ली, गोरखपुर और पूर्णिया के बीच निर्बाध यातायात का मार्ग भी प्रशस्त करेगा। इसी क्रम में राज्य सरकार ने गोरखपुर से सिलीगुड़ी तक के मार्ग पर भी शीघ्र टेंडर जारी करने का आग्रह किया है।
स्वीकृत छह परियोजनाओं में अन्य मार्ग हैं—मुजफ्फरपुर से बरौनी, मुजफ्फरपुर से सोनबरसा, खगड़िया से पूर्णिया, छपरा से गोपालगंज तथा अररिया से परसरमा। इन सड़कों के निर्माण से सीमांचल और मिथिलांचल के अलावा उत्तर बिहार की सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य में भी व्यापक परिवर्तन की उम्मीद की जा रही है।
यह कदम न केवल कनेक्टिविटी को सुदृढ़ करेगा, बल्कि क्षेत्रीय विकास, व्यापार विस्तार और रोज़गार सृजन में भी मील का पत्थर सिद्ध होगा। बिहार अब सड़क के जरिये विकास की नई दिशा की ओर अग्रसर है।