NEWS4NATION DESK : सियासत भी बड़ी अजीब चीज है। राजनीतिक पार्टियां और नेता हर मामले को लेकर अपने विपक्षी को कठघरे में खड़ा करने और उनपर निशाना साधने से पीछे नहीं रहते है। सबसे बड़ी बात यह है कि अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने के चक्कर में ये ऐसे सवाल भी खड़े कर देते है जिनपर राजनीति नहीं होनी चाहिए।
ताजा मामला भारत के लिए सरदर्द बना आतंकवादी मसूद अजर को लेकर सामने आया है। भारत की लंबे समय से मसूद को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने का मांग कल पूरी हो गई। बुधवार 1 मई भारत के लिए बड़ा दिन रहा। लंबे समय से पाकिस्तान की सरजमीं पर बैठकर आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने वाले जैश-ए-मोहम्मद सरगना अजहर मसूद संयुक्त राष्ट्र से अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित कर दिया गया। पीएम मोदी ने इस फैसले पर खुशी और संतोष भी जाहिर किया, लेकिन विपक्ष को ऐसा लगता है कि इससे एनडीए को फायदा होगा। विपक्षी कांग्रेस पार्टी के नेता अब इसपर भी सियासत शुरु कर दिए है।
देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने अब अजहर के अतराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किए जाने की 'टाइमिंग' को लेकर सरकार पर सवाल उठा रहे हैं।वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा मसूद को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किए जाने पर कहा, 'यह लंबे समय से अटका हुआ काम था। अच्छा हुआ कि यह हो गया। हालांकि यह काम बहुत पहले ही हो जाना चाहिए था। यह चुनावों के समय हुआ है, अब मुझे नहीं पता कि इसका चुनावों से कुछ लेना-देना है भी या नहीं।'
वहीं दिग्गज कांग्रेसी नेता और भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह ने संयुक्त राष्ट्र की घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'घोषणा से क्या होता है? जब पाकिस्तान के पीएम दोस्ती जता रहे हैं मोदीजी के साथ तो दाउद इब्राहिम, मसूद अजहर और हाफिज सईद को भारत को सौंप देना चाहिए। हालांकि कांग्रेस नेता व पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने खुशी जाहिर की है।