पटना के बिक्रम ट्रामा सेंटर भवन में खुले कॉमन हेल्थ सेंटर, स्थानीय लोगों ने सिविल सर्जन से की मांग

पटना के बिक्रम ट्रामा सेंटर भवन में खुले कॉमन हेल्थ सेंटर, स्थानीय लोगों ने सिविल सर्जन से की मांग

PATNA : जिले के पालीगंज अनुमंडल क्षेत्र के बिक्रम में स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी प्रखंडों में स्थापित होनेवाले सीएचसी (कॉमन हेल्थ सेंटर) को बिक्रम प्रखंड मुख्यालय में स्थापित कराने की मांग जोर पकड़ने लगी है। स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता एवं कई भाजपा नेताओं ने इसकी पुरजोर वकालत करते हुए इसके समर्थन में खुलकर सामने आते हुए इसकी मांग उठानी शुरू कर दिया है। भाजपा नेता एवं जुझारू सामाजिक कार्यकर्ता रजनीश  तिवारी ने कहा कि उच्च न्यायालय में बिक्रम हाइवे ट्रामा सेंटर भवन में चिकित्सकीय सुविधा बहाल कराने के लिए समादेश याचिका संख्या 18406/2021 दायर किया था और 14/02/23 को आदेश पारित करते हुए राज्य सरकार को न्यायालय से निर्देशित किया गया था। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत द्वारा ज्ञापांक 10/कोर्ट 12-8/2021-912(10) दिनांक 20/07/2023 को पटना सिविल सर्जन एवं बिक्रम पीएचसी प्रभारी को ट्रामा सेंटर भवन के सदुपयोग हेतु समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।

बताते चलें की उच्च न्यायालय में इसके याचिकाकर्ता रहे रजनीश तिवारी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत के निर्देश का अनुपालन करते हुए उक्त करोड़ों रुपये की लागत से बने भवन का सदुपयोग करते हुए सीएचसी (कॉमन हेल्थ सेंटर) को उसमें  स्थापित किया जा सकता है। इस CHC को स्थापित होने से एक तरफ बड़े पैमाने पर हजारों लोगों का सुलभ ढंग से इलाज होना संभव होगा। वहीं इसका दूसरा फायदा यह होगा कि 22 वर्ष से बनकर अपनी उद्घाटन आस लगाए बैठी ट्रामा सेंटर भी स्वत: सक्रिय रूप से संचालित होगा।

उधर बिक्रम विकास समिति के संयोजक अर्जुन राम ने कहा कि बिक्रम पीएचसी प्रभारी द्वारा एक साजिश के तहत बिक्रम प्रखंड मुख्यालय से पांच किलोमीटर दूर सीएचसी स्थापित किये जाने की अनुशंसा की गयी है। जोकि किसी भी स्तर से सही नहीं है यह  बिक्रम प्रखंडवासियों के साथ सरासर अन्याय होगी ? उन्होंने कहा कि पटना एम्स-औरंगाबाद नहर मार्ग,NH- 139,(NH -98)  SH- 2 बिहटा-महाबलिपुर पथ पर प्रतिदिन दर्जनों की संख्या में  दुर्घटनाएं होती रहती हैं और कई लोग अस्पताल पहुँचने के पूर्व ही मौत के शिकार हो जाते है। 

सनद रहे बिक्रम में ट्रामा सेंटर तो चालू नहीं हुआ। वहीं CHC प्रखंड मुख्यालय से दूर बनने पर दुर्घटनाग्रस्त लोगों का इलाज कराने में काफी मुसीबत होगी ? उन्होंने कहा कि प्रखंड में एक CHC ( common helth center) खोलने का प्रावधान है और यदि ट्रामा सेंटर के भूखंड और भवन में सीएचसी को सॉफ्ट कर स्थापित किया जाय तो ट्रामा सेंटर की कमी बहुत हद तक दूर हो सकती है और लोगों का बेहतर और समय पर सुलभ इलाज भी संभव हो सकेगा।  एक तरफ भौगोलिक दृष्टिकोण से बिक्रम में सीएचसी होने से प्रखंड के सभी पंचायतवासियों की दूरी लगभग समान रहेगी। बिक्रम से बाहर कहीं भी सीएचसी स्थापित करने पर कुछ पंचायत को छोड़ अधिकाँश की दूरी भी बढ़ेगी और NH- 139 पटना औरंगाबाद मार्ग और SH-  2 बिहटा- पाली महाबलीपुर मुख्य मार्ग पर दुर्घटनाग्रस्त लोगों के त्वरित और समय रहते इलाज  में समस्या  आएगी। सचिव  ने भी "ट्रामा सेंटर "के भवन का दूसरे कार्य के लिए काम में लेने की अनुमति दिया है। ऐसे में इस भवन में सीएचसी को स्थापित किया जाय, जोकि यह न्याय संगत भी होगा। साथ ही पीएचसी को प्रखंड परिसर स्थित स्वास्थ्य विभाग के भूखंड पर स्थानानान्तरित किया जाय। उन्होंने कहा कि पटना के वर्तमान जिलाधिकारी ने भी बिक्रम प्रखंड मुख्यालय में सीएचसी स्थापित किये जाने का भरोसा दिया था। साथ ही वर्तमान सांसद ने भी बिक्रम अंचलाधिकारी एवं पीएचसी प्रभारी से प्रखंड मुख्यालय में सीएचसी स्थापित करने हेतु पहल करने की बात कही थी। लेकिन जनभावनाओं एवं जनहित को नजरअंदाज कर प्रखंड मुख्यालय से दूर सीएचसी स्थापित करने की साजिश चल रही है। रजनीश तिवारी ने चेतावनी भरे शब्दों में कहा कि यदि बिक्रम प्रखंड मुख्यालय में सीएचसी स्थापित नहीं किया गया तब बिक्रम विकास समिति चरणबद्ध तरीके से शांतिपूर्ण ढंग से चरणबद्ध आन्दोलन करेगी और जरुरत पडी तब न्यायालय का दरवाजा भी खटखटायेगी ।

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