जदयू में फिर बढ़ी तकरार : राहुल गांधी के लिए राज्यसभा के उप सभापति के कामकाज पर उठाए सवाल, ललन सिंह ने कहा – किसी के दबाव में काम कर रहे हैं

जदयू में फिर बढ़ी तकरार : राहुल गांधी के लिए राज्यसभा के उप सभापति के कामकाज पर उठाए सवाल, ललन सिंह ने कहा – किसी के दबाव में काम कर रहे हैं

PATNA : जदयू में एक बार फिर से अंदरूनी झगड़ा शुरू होने के आसार बढ़ गए हैं। इस बार मामला राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश से जुड़ा है। जिनको लेकर जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने बड़ा बयान दिया है। ललन सिंह ने उपासभापति को लेकर आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वह किसी के दबाव में काम कर रहे हैं। बता दें कि लंबे समय से हरिवंश जदयू से जुड़े हुए हैं।

राहुल गांधी के लिए खड़े हुए ललन सिंह

मामला कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से जुड़ा है। जिन्होंने दो दिन लंदन में अपने एक बयान में यह कहा था कि यहां विपक्षी नेताओं को संबोधन के दौरान माइक बंद कर दी जाती है। कैंब्रिज में कांग्रेस सांसद ने आरोप लगाया कि संसद में विपक्ष की आवाज दबाई जा रही है। जिसको लेकर उप सभापति ने राहुल गांधी के बयान को गलत बताया था।  राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश सिंह ने राहुल गांधी के बयान की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा, मैं कहना चाहता हूं कि यह बिल्कुल गलत, निराधार है। इससे ज्यादा झूठ कुछ नहीं हो सकता। मैं पिछले नौ साल से संसद में हूं और मैंने एक बार भी नहीं सुना। उन्होंने आगे कहा कि जहां तक मुझे पता है, न तो संसद के अंदर और न ही बाहर किसी ने कभी ऐसा कहा है... इससे ज्यादा असत्यापित कुछ भी नहीं हो सकता है।

ललन सिंह ने हरिवंश के बयान का किया विरोध

राहुल गांधी पर दिए गया बयान जदयू अध्यक्ष को नागवार गुजरा है। उन्होंने सीधे सीधे उपसभापति और अपनी ही पार्टी के सहयोगी पर आरोप लगा दिया कि वह किसी के दबाव में काम कर रहे हैं। ललन सिंह ने हरिवंश के बयान को नैतिकता के खिलाफ बताते हुए कहा कि उन्हें पता होना चाहिए कि लोकसभा में जो कुछ भी होता है, उसे राज्यसभा में नहीं लाया जाता है और राज्यसभा में जो चर्चा की जाती है, उसे लोकसभा के सामने नहीं लाया जाता है। लेकिन जिस तरह से इन दिनों सरकार चलाई जा रही है। यह है संभव है कि किसी ने हरिवंश पर कुछ कहने के लिए दबाव डाला हो, इसलिए उन्होंने ऐसा कहा

हरिवंश को लेकर पहले भी हुई चर्चा

उपसभापति हरिवंश को लेकर पहले भी कई बार चर्चा हुई है। जब पिछले साल जदयू ने भाजपा से अपने रिश्ते खत्म किए तो ऐसी चर्चा थी कि हरिवंश से उपसभापति की कुर्सी छीनी जा सकती है। लेकिन मोदी सरकार ने ऐसा नहीं किया। जिसके बाद प्रशांत किशोर ने यहां तक कह दिया था कि हरिवंश दोनों पार्टियों के बीच कड़ी का काम कर रहे हैं।

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