DESK: पूरी दुनिया कोरोना महामारी से त्राहिमाम कर रही है. भारत खुद इससे अछूता नहीं है. पिछले साल भारत में कोरोना के मामलों में कमी आने के बाद हालात सुधर गए थे. इस साल फिर से सबसे ज्यादा केस भारत में ही मिल रहे हैं. पुछले 24 घंटों के कोरोना आंकड़ों की बात करें तो देशभर में 2 लाख से ज्यादा मामले सामने आए, 1038 लोगों की जान भी चली गई है. यह आंकड़ें बेहद दी चिंताजनक हैं क्योंकि संक्रमण और संक्रमितों की रफ्तार में दोगुनी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. नया कोरोना स्ट्रेन इतना ताकतवर है कि अगर कोई शख्स किसी कोरोना पॉजिटिव के पास 1 मिनट भी खड़ा रहता है, तो वह भी तुरंत संक्रमित हो जा रहा है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में अब तक कोरोना से 1 करोड़ 40 लाख 74 हजार 564 लोग संक्रमित हो चुके हैं. इस वायरस को मात देकर अब तक 1 करोड़ 24 लाख 29 हजार 564 लोग ठीक हो चुके हैं. कोरोना से अभी तक 1 लाख 73 हजार 123 मरीजों को जान गंवानी पड़ी है. देश में फिलहाल 14 लाख 71 हजार 877 लोगों का इलाज चल रहा है. कोरोना ठीक होने वाले लोगों की रिकवरी रेट और गिरकर 89.51 प्रतिशत रह गई है.
यह लगतार 36वां दिन है जब कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी नजर आई है. इसी बीच राज्य सरकार अपने अपने स्तर पर कई तरह की पाबंदियां लगा रही हैं, मगर कोरोना का प्रकोप कम होता नहीं दिख रहा है. ऐसे में लोगों में मन में यह डर है कि कहीं बढ़ते संक्रमण के बीच लॉकडाउन ना लग जाए. बात की जाए दिल्ली की, तो वहां सरकार ने नाइट कर्फ्यू लागू कर रखा है. महाराष्ट्र में कोविड-19 के मामले काफी तेजी से बढ़ने और चिंताजनक हालात को देखते हुए राज्य सरकार ने रात आठ बजे से 15 दिनों के लिए सख्त प्रतिबंध लगाने की एक दिन पहले घोषणा की थी. ये प्रतिबंध एक मई की सुबह सात बजे तक लागू रहेंगे. इसके अलावा कई अन्य राज्यों में भी नाइट कर्फ्यू और धारा 144 लगाने का निर्णय लिया जा रहा है.