KAIMUR : सात वर्षों पूर्व जीटी रोड से मात्र पांच सौ फीट उत्तर एनएच 30 में बना रेल ओवरब्रिज दरकने लगा है। जिससे इसके निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल खड़ा हो गया है। पुल में आई खराबी रेलवे व प्रशासनिक पदाधिकारियों के लिए चिंता का विषय है। बताया जा रहा है कि आरओबी के स्टील गाटर में क्रेक होने से इसमें कंपन बढ़ गया है। एनएच 30 मोहनियां- आरा पथ कैमूर जिला को राजधानी पटना से जोड़ता है। पुल में खराबी की शिकायत पर इसे कभी भी बंद किया जा सकता है। जिससे आवागमन बाधित होगा। आरओबी बंद होने की स्थिति में वाहनों का रूट डायवर्ट करना होगा।
इस दौरान आरा पटना की तरफ से आने वाले वाहनों को कोचस से सासाराम जाना पड़ेगा। जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। शनिवार को जिला मुख्यालय में ट्रक और बस मालिक एसोसिएशन की बैठक में आरओबी के क्षतिग्रस्त होने की चर्चा हुई। ज्ञात हो कि शुक्रवार को अनुमंडल कार्यालय मोहनियां में रेलवे के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पुल पर नोटिस बोर्ड लगाया जाय। आरओबी के दोनों तरफ स्पीड ब्रेकर बनाना जरूरी है।
भारी वाहनों के परिचालन पर रोक लगाने को योजना बनेगी। जिसमें एक एक भारी वाहनों को बारी बारी से रेल ओवर ब्रिज को पार करना होगा। कैमूर के जिला परिवहन पदाधिकारी को भी इस से अवगत कराया गया है। इस संबंध में पूछे जाने पर डीएफसीसीआईएल के उप परियोजना प्रबंधक अमरेश कुमार ने बताया कि मोहनियां में जीटी रोड से उत्तर पंडित दीनदयाल उपाध्याय-गया रेलखंड पर बने रेल ओवर ब्रिज में तकनीकी खराबी आ गई है। जिससे भारी वाहनों के गुजरने से खतरा हो सकता है।
इस पर रोक लगाने के लिए कार्य योजना तैयार की जा रही है। शनिवार को माइक्रोस्कोप से देखने पर पता चला कि पूर्व में लगे स्टील गाटर में क्रेक आया है। जिससे इसमें कंपन बढ़ गया है। रविवार को पुनः इसकी गहन जांच होगी। अभियंताओं का दल इसका मुआयना करेगा। इसके बाद यह निर्णय लिया जायेगा कि पुल को कब बंद किया जाय। तत्काल इसके दोनों तरफ स्पीड ब्रेकर बनेगा। जिससे धीमी गति से इस पर वाहनों का परिचालन हो। एक साथ दो वाहनों के पुल से गुजरने पर रोक लगाना जरुरी है।
कैमूर से देवब्रत की रिपोर्ट