पटना: तकनीक का सहारा लेकर अपराधियों ने एक व्यक्ति के खाते से सीधे दो लाख रुपये पार कर दिया। साइबर ठगों ने इस तरीके से ठगी किया कि व्यक्ति को पता हीं नहीं चला और जब तक पता चलता तब तक देर हो चुकी थी। ठगे गये व्यक्ति ने भभुआ थाने में एफआइआर दर्ज कराया है।
मिली जानकारी के अनुसार राजधानी के राजेंद्र नगर निवासी महेंद्र कुमार सिंह ने दर्ज कराया है कि मोबाइल फोन नंबर 7478715885 से उनके मोबाइल नंबर 7909002387 व 9430943911 पर 22 जून को एक मैसेज आया, जिसमें यह बताया गया था कि बीएसएनएल के सिम की केवाइसी आज खत्म हो रही है। 24 घंटे में ही सिम बंद हो जायेगी। मैसेज में यह सूचना भी दी गयी थी कि कस्टमर केयर नंबर 918697900365 पर तुरंत संपर्क किया जाये। इसके बाद पीडित ने उस नंबर पर संपर्क किया, जिसमें यह बताया गया कि बीएसएनएल 4G सेवा शुरू कर रहा है, इसलिए सिम का फिर से केवाइसी करना होगा।
नेट बैंकिंग से भुगतान की बात
पीडित ने यह भी बताया कि फोन करने पर यह कहा गया कि बीएसएनएल को नेट बैंकिंग के जरिये भुगतान किया जा सकता है। जब मैंने अपने नेट बैंकिंग का यूजर आइडी व पासवर्ड भूल जाने की बात कही तो मुझे एटीएम से भुगतान करने को कहा गया। मैंने उसी के अनुसार किया। इसके बाद मुझसे यह भी कहा गया कि भुगतान का रेफरेंस नंबर बताये ताकि मेरे सिम को चालू रखने की कार्रवाई कर सकें। मैं ऐसा नहीं कर सका। इसके बाद मुझे फॉरगॉट पासवर्ड पर जाकर नया पासवर्ड बनाने की सलाह दी गयी। इसके बाद फोन पर मुझे दूसरी तरफ से पासवर्ड लोड करने को कहा गया, इसी क्रम में मेरे बैंक खाते से कई बार कर के कुल दो लाख दस हजार रुपये की निकासी कर ली गयी। क्यूएस एप को हटाने पर मैं एसबीआइ के ग्राहक सेवा पर इसकी शिकायत कर पाया। इस मामले पर थानाध्यक्ष रामानंद मंडल ने कहा कि आवेदन मिला है। मामले की जांच की जा रही है।