NAWADA : जिले के रजौली में स्वास्थ्य विभाग की एक बार फिर लापरवाही सामने आई है. मामला यह है की ठंड के मौसम में 29 महिलाओं का बंध्याकरण ऑपरेशन करने के बाद रात में उन्हें जिंदगी और मौत से जुझने के लिए जमीन पर सुला दिया गया. परिवार नियोजन के तहत बंध्याकरण के ऑपरेशन के लक्ष्य को पूरा करने को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रजौली में दर्जन भर मरीजों का ऑपरेशन किया गया था.
ऑपरेशन के बाद पीएचसी का लक्ष्य तो पूरा हो गया, लेकिन बंध्याकरण करा चुकी महिलाओं के जीवन दांव पर लग गए. कड़ाके की ठंड में जब लोगों को गर्म कपड़े और अलाव की जरूरत होती है. ऐसे वक्त में बंध्याकरण करा चुकी महिलाओं के ऊपर क्या बीत रही होगी. जिन महिलाओं के बंध्याकरण ऑपरेशन किए गए. उनमें रजौली के एकंबा गांव निवासी बिरजू राजवंशी की पत्नी नीतू कुमारी, वीरू राजवंशी की पत्नी कोसमी देवी व रजौली थाना के पास के रहने वाले संतोष कुमार की भाभी पूजा देवी आदि शामिल है. मरीजों के परिजनों ने बताया कि पीएचसी प्रभारी डॉ बी एन चौधरी द्वारा सभी महिलाओं का बंध्याकरण ऑपरेशन किया गया है. लेकिन अस्पताल में बेड नहीं है. इसके मद्देनजर सभी महिलाओं को जमीन पर सुला दिया गया.
आपको बताते चलें कि ऐसी लापरवाही कई बार देखने को मिलती है. लेकिन इसका सीधा लीपापोती कर दिया जाता है. लापरवाही करनेवाले डॉक्टर पर कार्रवाई नहीं होती है.
नवादा से अमन सिन्हा की रिपोर्ट