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चार विद्यालयों के एक ही कैम्पस में होने के बावजूद पसरा सन्नाटा, नेताओं ने की शिक्षकों की कमी दूर करने की मांग

चार विद्यालयों के एक ही कैम्पस में होने के बावजूद पसरा सन्नाटा, नेताओं ने की शिक्षकों की कमी दूर करने की मांग

GAYA :  जिले के सबसे प्रतिष्ठत इकलौते +2 जिला स्कूल, राजकीय संस्कृत उच्च विद्यालय, राजकीय नवस्थापित जिला स्कूल और राजकीय शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय जो गया समाहरणालय के बगल में जिला स्कूल के एक ही कैंपस में संचालित है। चार विद्यालयों के एक जगह होने के बावजूद यहाँ छात्रों की उपस्थिति कम रहती है। शैक्षणिक माहौल यानी पढ़ाई, लिखाई शिक्षको की कमी और अन्य कारणों से केवल खानापूर्ति तक ही सीमित है।

गया महानगर विकास संघर्ष समिति के संयोजक प्रो विजय कुमार मिठू, संरक्षक पूर्व सांसद रंजीत सिंह उर्फ रंग बाबू, पूर्व विधायक मो खान अली, अमरजीत कुमार,सुजीत कुमार गुप्ता, टिंकू गिरी, विनोद उपाध्याय, मुकेश कुमार, संतोष कुमार आदि ने कहा की संघर्ष समिति का नारा है की सरकारी शिक्षा को जीवंत बना कर शैक्षणिक माहौल बनाना है। इसमें पढ़ने वाले छात्रों को घर, घर से निकाल कर लाना और पढ़वाना है। कार्यक्रम के तहत समिति ने आज जिला के सबसे पुराने, प्रतिष्ठित जिला स्कूल सहित इसी कैंपस में संचालित राजकीय संस्कृत उच्च विद्यालय ,नवस्थापित जिला स्कूल और राजकीय शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय का मुयायना कर वस्तु स्थिति को जाना।

इस मौके पर नेताओं ने कहा की इन चारो संस्थाओं में प्राचार्य कक्ष, कार्यालय खुला मिला। लेकिन किसी भी कक्षा में पढ़ाई होते नही देखी गई। इसके लिए मैट्रिक का मूल्यांकन, शिक्षको की कमी, +2 में ऑन लाइन नामांकन के चलते बाहरी छात्रों के नही आने की बाते जिला स्कूल के प्राचार्य द्वारा कही गई। राजकीय संस्कृत उच्च विद्यालय में ना तो कोई शिक्षक नाही कोई छात्र है। राजकीय नवस्थापित जिला स्कूल का भी अपना भवन नही होने तथा दो कमरे में संचालित होने, ग्यारह शिक्षक एवं 150 छात्र की बाते कही गई। राजकीय शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय के आलीशान तीन मंजिला भवन में क्लास नही चल रहा था। नेताओं ने इन संस्थानों के प्राचार्य और शिक्षकों से नामांकित छात्रों और अभिभावकों के बीच अभियान चला कर शत प्रतिशत उपस्थिति हेतु काम करने का सलाह दिया। साथ ही शिक्षको की भी कमी को पूरा करने हेतु स्थानीय शिक्षा विभाग और राज्य सरकार से मांग किया।

नेताओं ने सरकार से अविलंब राजकीय संस्कृत उच्च विद्यालय और राजकीय नवस्थापित जिला स्कूल का अपना भवन बनवाने, इन  शैक्षणिक संस्थानों के छात्रों के छात्रवृति, पोशाक, सहित मिलने वाली सभी सुविधाएं ससमय मुहैया कराने की भी मांग दोहराई गई।

गया से मनोज कुमार की रिपोर्ट

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